केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी ऑफिशियल जानकारी, प्रथम फेज में शामिल नहीं है इलाहाबाद

सौ करोड़ की लागत से इलाहाबाद और वाराणसी के बीच विकसित होंगी जल यात्री सुविधाएं

ALLAHABAD: इलाहाबाद-हल्दिया जलमार्ग को लेकर कोई गलतफहमी पालने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस प्रोजेक्ट में इलाहाबाद का ऑफिशियली नाम ही शामिल नहीं है। इस प्रोजेक्ट को व‌र्ल्ड बैंक से वाराणसी-हल्दिया नाम से अनुमति मिली है। गुरुवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगले फेज में इस प्रोजेक्ट को इलाहाबाद लाने की कोशिश की जाएगी। क्योंकि, पानी कम होने से इलाहाबाद और वाराणसी के बीच जलमार्ग विकसित करना बेहद मुश्किल है फिर भी सरकार की कोशिशें जारी हैं।

लेकिन, दी जाएंगी यात्री सुविधाएं

रोड ट्रांसपोर्ट, हाईवेज एंड शिपिंग मिनिस्टर गडकरी एनआईसी सेंटर में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे। उन्होंने यह कहकर जरूर तसल्ली दी कि इलाहाबाद और वाराणसी के बीच सौ करोड़ रुपए की लागत से जल यात्री सुविधाएं विकसित की जानी हैं। इससे दोनों शहरों के बीच लोग आसानी से यात्रा का आनंद ले सकेंगे। यह प्रोजेक्ट भाजपा सरकार का है, जिसका काम जल्द शुरू किया जाना है। उन्होंने बताया कि फेज वन में हल्दिया और वाराणसी के बीच ही जलमार्ग विकसित किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसके मुकाबले वाराणसी से इलाहाबाद और इलाहाबाद से कानपुर के बीच जलमार्ग विकसित किया जाना बेहद मुश्किल है। अगले फेज में इलाहाबाद को शामिल किए जाने कोशिशें जारी हैं। व‌र्ल्ड बैंक का वाराणसी-हल्दिया जलमार्ग प्रोजेक्ट की लागत चार हजार करोड़ रुपए से अधिक है।

जल्द ही मिलेगी ई टोल सुविधा

प्रदेश के 11 शहरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से रूबरू हो रहे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगले दो से तीन महीने में देशभर के राजमार्गो पर ई टोल की सुविधा मुहैया हो जाएगी। इससे वाहनों को टोल पर टैक्स जमा कराने के लिए रुकना नहीं होगा। सरकार एक स्टिकर जारी कर रही है जो बैंक से मिलेगा। यह मोबाइल सिम की तरह होगा और टोल से गुजरते समय टैक्स की रकम अपने आप बैंक के खाते से डिटेक्ट हो जाएगा। फिलहाल देश के 280 टोल पर यह सुविधा काम कर रही है और इसे देशभर में फैलाने के लिए रोड मित्र सेवा का सहारा लिया जाएगा। इससे वाहन चालकों का निश्चित तौर पर समय बचेगा। इस दौरान नितिन गडकरी ने अपने मंत्रालय के दो साल के कार्यो का ब्यौरा भी पेश किया।