व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम के बाद अब पेट्रो कार्ड से उम्मीद

- निगम की गाडि़यों में पड़ने वाले डीजल पर भी रहेगी नजर

LUCKNOW

व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम लगाए जाने के बाद भी गाडि़यों से डीजल चोरी होने के मामले सामने आने के बाद निगम प्रशासन की ओर से अब पेट्रो कार्ड की तरफ कदम आगे बढ़ाए गए हैं। इस कार्ड के माध्यम से एक तरफ जहां गाडि़यों में पड़ने वाले डीजल की सही मात्रा सामने आ सकेगी, वहीं यह भी जानकारी जुटाई जा सकेगी कि डीजल के हिसाब से कितने एरिया से कूड़ा कलेक्ट किया गया।

सभी जोनल को जिम्मेदारी

निगम प्रशासन की ओर से सभी आठों जोनल अधिकारियों को पेट्रो कार्ड दिए गए हैं। रोजाना एक जोन में सभी गाडि़यों में पेट्रो कार्ड के माध्यम से जोनल अधिकारी की मौजूदगी में डीजल भरवाया जाएगा। खास बात यह है कि डीजल भरवाने के लिए कोई भी पेट्रोल पंप निर्धारित नहीं किया गया है। जिससे फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा। गाडि़यों में पड़ने वाले डीजल के हिसाब से पेट्रो कार्ड के माध्यम से पेट्रोल पंप का पेमेंट कर दिया जाएगा। पेट्रो कार्ड की प्रतिदिन की लिमिट एक लाख रुपये दी गई है।

डीजल के हिसाब से गुणाभाग

उदाहरण के लिए अगर किसी गाड़ी में दस लीटर डीजल दिया जाएगा तो उसके आधार पर यह आसानी से पता लगाया जा सकेगा कि डीजल के आधार पर गाड़ी ने कितने एरिया से कूड़ा उठाया। पहले यह अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल होता था।

सभी जोनल अधिकारियों को पेट्रो कार्ड दे दिए गए हैं। इस कदम से गाडि़यों को दिए जाने वाले डीजल पर आसानी से नजर रखी जा सकेगी।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त