प्रदेश के 61 ज्वाइंट कमिश्नरों के खिलाफ हुई कार्रवाई

अधिकारी नाराज, मीटिंग कर किया कार्रवाई का विरोध

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PRAYAGRAJ: जीएसटी लागू होने के बाद व्यापारियों पर पूर्व में बकाया वसूली की रफ्तार धीमी होने पर वाणिज्य कर कमिश्नर कामिनी रतन सिंह चौहान ने विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू की है। उन्होंने प्रदेश के 61 ज्वाइंट कमिश्नरों के खिलाफ कार्रवाई की है। इससे अधिकारियों में आक्रोश है। कार्रवाई के जद में इलाहाबाद मंडल के अधिकारी आए हैं।

कमिश्नर के खिलाफ हुए एकजुट

बकाया वसूली में लापरवाही पर कमिश्नर वाणिज्य कर ने 28 दिसंबर को सूबे के 38 ज्वाइंट कमिश्नरों को प्रतिकूल प्रविष्टि और 23 ज्वाइंट कमिश्नरों को चेतावनी दी। इससे सभी ज्वाइंट कमिश्नरों के साथ अन्य अधिकारी भी कमिश्नर के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि जीएसटी वसूली में पूरे देश में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। इसके बाद भी कार्रवाई समझ से परे है। जिन बकायों की वसूली नहीं हो सकी है, वे 20 वर्ष तक पुराने हैं। बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही वसूली भी की जा रही है।

कार्यालय में हुई बैठक

बुधवार को वाणिज्य कर कार्यालय में हुई बैठक में अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई वापस लेने और फोटो खींचने के लिए अधिकारियों को व्यापारियों के दरवाजे पर न भेजने की आवाज उठाई गई।