हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से कराई गई रिव्यू रिसर्च में खुलासा

कई इलाकों में खतरा, विभाग करवाएगा मॉनिटरिंग

स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर जगह लगेंगे जागरूकता कैंप

2017 से अगस्त 2019 तक स्वाइन फ्लू व डेंगू के मरीजों पर हुई स्टडी

800 मरीजों पर की गई है स्टडी

80 फीसदी से ज्यादा मरीज अर्बन क्षेत्र के मिले

16 प्रतिशत मरीज देहाती क्षेत्र के मिले हैं।

46 मरीजों में एक-दूसरे में फैला था स्वाइन फ्लू

22 मरीजों में अब तक डेंगू की हो चुकी है पुष्टि

394 मरीजों में अब तक स्वाइन फ्लू की पुष्टि

यहां के अधिक मरीज

गंगानगर

पल्लवपुरम

शास्त्रीनगर

मेडिकल

गढ़ रोड़

ब्रहमपुरी

दिल्ली रोड

Meerut। डेंगू व स्वाइन फ्लू का कहर हर दिन लोगों को अपना शिकार बना रहा है। डेंगू के बढ़ते आतंक को देख हेल्थ डिपार्टमेंट कमर कस ली है। इसके तहत विभाग की ओर से अब ऐसे इलाकों की मॉनिटरिंग कराई जाएगी जहां पिछले सालों में डेंगू के सबसे अधिक केस मिले हैं। इन जगहों की मैपिंग कराकर विभाग यहां जागरूकता कैंप लगाएगा।

अर्बन इलाकों में ज्यादा खतरा

डेंगू व स्वाइन फ्लू का खतरा सबसे ज्यादा शहरी इलाकों में है। हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से कराई गई रिव्यू रिसर्च में इसका खुलासा हुआ है। 2017 से अगस्त 2019 तक मिले स्वाइन फ्लू व डेंगू के करीब 800 मरीजों पर ये स्टडी की गई है। स्टडी के आधार पर 80 प्रतिशत से ज्यादा मरीज इसमें अर्बन क्षेत्र के मिले हैं जबकि करीब 16 प्रतिशत मरीज देहाती क्षेत्र के हैं। इनमें अधिकतर मरीज गंगानगर, पल्लवपुरम, शास्त्रीनगर, मेडिकल, गढ़ रोड़, ब्रहमपुरी, दिल्ली रोड समेत कई क्षेत्र हैं।

एक-दूसरे से फैल रही बीमारियां

वैक्टर बॉर्न डिजीज एक मरीज से दूसरे में तेजी से फैल रहा है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले सालों में करीब 46 मरीजों में एक-दूसरे में स्वाइन फ्लू फैला था। जबकि इस साल भी एक ही परिवार के सदस्यों में डेंगू और स्वाइन फ्लू पॉजिटिव मिला है। विभागाधिकारियों के मुताबिक लोगों में अवेयरनेस न होने की वजह से वह सावधानी नहीं बरतते हैं। ऐसे में ये बीमारियां दूसरों को भी अपनी चपेट में ले रही है।

दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि

दो नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबॉयलॉजी लैब में दोनों की जांच हुई है। मरीजों में एक 14 साल का बालक है जबकि एक 45 साल की महिला है। सीएमओ डा। राजकुमार ने बताया कि दोनों की हालात स्थिर है। अब तक 22 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 394 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।

बीमारियों से बचाव के लिए लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए हाई-रिस्क जोन में कैंप लगाएं जाएंगे।

डॉ। राजकुमार, सीएमओ, मेरठ