- अप्रैल में आए भूकंप के बाद भी नहीं लिया सबक, आपदा प्रबंधन विभाग चल रहा कछुए की चाल

- अपना गुडवर्क दिखाने के लिए मीडिया को भेजी प्रेस रिलीज, ग्राउंड लेवल पर रत्ती भर काम नहीं

<- अप्रैल में आए भूकंप के बाद भी नहीं लिया सबक, आपदा प्रबंधन विभाग चल रहा कछुए की चाल

- अपना गुडवर्क दिखाने के लिए मीडिया को भेजी प्रेस रिलीज, ग्राउंड लेवल पर रत्ती भर काम नहीं

kanpur@inext.co.in

KANPUR :

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KANPUR : पिछले महीने भूकंप आने के बाद भी जिला प्रशासन की आंखें नहीं खुलीं। इसलिए मंगलवार को ठीक क्भ् दिनों बाद जब तीसरी बार ज्यादा तीव्रता वाला भूकंप आया तो अफसरों के पसीने छूट गए। इस दौरान न तो 'अर्बन रिस्क रिडक्शन कमेटी' पर कोई काम हुआ। ना ही आपदा की स्थिति में राहत व बचाव कार्यो की रूपरेखा तय की गई। रही-सही कसर देर शाम आपदा प्रबंधन टीम की ओर से भेजी गई प्रेस रिलीज ने पूरी कर दी। जिसमें सतर्कता के सभी दावे सिर्फ कागजों तक ही सीमित दिखाई पड़े।

रत्ती भर काम नहीं

यूनाइटेड नेशन्स डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) के तहत अर्बन रिस्क रिडक्शन कमेटी का मुख्य काम आपदाओं के साइड इफेक्ट्स को कम करना है। पिछले महीने ख्भ् और ख्म् अप्रैल को जब भूकंप आया तब प्रशासनिक अफसरों की नींद टूटी। आपदा प्रबंधन और अर्बन रिस्क रिडक्शन कमेटी की याद आई। मगर, कुछ दिनों में ही यह कवायद फिर से ठंडी पड़ती चली गई। नतीजा, यह हुआ कि क्ख् मई को जब भूकंप आया तब फिर इन विभागों और एक्सप‌र्ट्स की कमी शिद्दत से महसूस की गई।

प्रेस नोट भेजकर कर दी खानापूरी

प्रशासनिक अफसरों ने भले ही बीते क्भ् दिनों में आपदा प्रबंधन के मद्देनजर कोई उपयोगी काम न किया हो, लेकिन मंगलवार को भूकंप आने के बाद मीडिया को प्रेस नोट भेजकर खानापूर्ति करने में कोई चूक नहीं की गई। आई नेक्स्ट ऑफिस में सचिव एवं राहत आयुक्त लीना जौहरी व आपदा प्रबंधन के नामित अधिकारी एडीएम फाइनेंस की ओर से भूकंप की स्थिति में 'क्या करें, क्या न करें' जैसे टॉपिक पर नसीहतें लिखकर अखबारों के दफ्तरों में ई-मेल करवा दी गई।

हकीकत से दूर बड़े-बड़े दावे

प्रशासनिक अफसरों का दावा है कि भूकंप के बाद आपदा प्रबंधन की क्0 टीमों ने शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों को जागरुक करने का काम किया। जिसमें भूकंप आने से पहले आपदा प्रबंधन योजना के अन्तर्गत तैयारियों की जानकारी शामिल है। हालांकि, प्रेस रिलीज में भले ही दावे किए गए हों, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका क्रियान्वयन कम नजर आया।

भूकंप से संबंधित जानकारी के लिए इन नम्बर्स पर करें कॉल -

लखन शुक्ला, चीफ ट्रेनर - 9ब्भ्फ्भ्ख्फ्ख्0भ्

राम शरण गौतम, आपदा लिपिक - 0भ्क्ख्-ख्फ्0ख्9क्0