- सिटी में ज्यादातर होटल्स, रेस्टोरेंट्स और शॉप्स पर नहीं है पार्किग का इंतजाम

- लोग सड़क पर खड़े कर देते व्हीकल, आने-जाने वालों को होती प्रॉब्लम

GORAKHPUR: गोरखपुराइट्स की बड़ी प्रॉब्लम्स में शामिल जाम की एक वजह जीडीए की सुस्ती भी है। सिटी में रेस्टोरेंट, होटल या फिर अन्य छोटी-छोटी दुकानों की तादाद लगातार बढ़ रही है लेकिन पार्किग की व्यवस्था है या नहीं ये देखने की फुर्सत जीडीए के अफसरों को बिल्कुल भी नहीं है।

गोलघर एरिया में आधी सड़क पर कब्जा

गोलघर सिटी का मेन एरिया है। यहां होटल, रेस्टोरेंट और अन्य छोटे-छोटे फूड कॉर्नर खुले हुए हैं। लेकिन यहां कई ऐसे होटल व रेस्टोरेंट हैं जहां पार्किग की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां आने वाले लोग सड़क पर ही अपने व्हीकल खड़े कर देते हैं। जिसके कारण गोलघर की आधी सड़क केवल गाडि़यों से पटी रहती है।

पार्क रोड का भी यही हाल

पार्क रोड एरिया में कई मॉल, रेस्टोरेंट, होटल हैं। इनके अलावा कई छोटे फूड कॉर्नर भी हैं जहां पर एक साथ 25-30 लोग बैठकर लजीज व्यंजनो का लुत्फ लेते हैं। यहां आने वाले लोगों के व्हीकल्स की पार्किग भी सड़क के भरोसे रहती है।

मोहद्दीपुर रोड पर भी कब्जा

मोहद्दीपुर में भी होटल और मॉल हैं। साथ ही कई ढाबे भी हैं। इन मॉल व होटलों में आने वाले लोग भी सड़क पर ही गाड़ी खड़ी करते है। जिसके कारण सड़क पर जाम लग जाता है। कभी-कभी ये हादसे की वजह भी बन जाते हैं।

असुरन पर खड़े रहते बेतरतीब वाहन

सिटी के असुरन चौक की आधी सड़क पर कब्जा करना पब्लिक की मजबूरी बन गई है। हर तरफ रेस्टोरेंट और ढाबे तो खोले दिए गए है लेकिन वाहन पार्किग की प्रॉपर व्यवस्था नहीं है।

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कसा शिकंजा तो बनने लगी पार्किग

जीडीए ने कुछ दिन पहले सिटी के दो बड़े होटलों पर शिकंजा कसा तो उन्होंने होटल तोड़कर पार्किग बनवाना शुरू किया। लेकिन इसके बाद जीडीए फिर सुस्त पड़ गया।