तरुण तेजपाल पर आरोप है कि उन्होंने कथित रूप से एक महिला के साथ दुर्व्यवहार किया.

गोवा पुलिस के डीआईजी ओपी मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि जिस लिफ्ट के अंदर तरुण तेजपाल ने पीड़ित के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार किया था, उसमें सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था.

तेजपाल से पूछताछ

उन्होंने बताया कि "गेस्टहाउस के गलियारों में तो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, लेकिन लिफ्ट के अंदर कोई कैमरा नहीं था. पुलिस को जो भी फ़ुटेज मिले हैं, उनकी जांच की जा रही है."

ओपी मिश्रा ने यह भी बताया कि गोवा पुलिस की एक विशेष टीम दिल्ली पहुंच चुकी है और वह  तरुण तेजपाल के साथ पूछताछ कर सकती है.

उन्होंने कहा कि सभी पक्षों को जांच में सहयोग करना चाहिए.

ग़िरफ़्तारी से इनकार नहीं

'होटल की लिफ्ट में सीसीटीवी कैमरा नहीं था'

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़  गोवा पुलिस की क्राइम ब्रांच के चार सदस्यीय टीम शनिवार दोपहर दिल्ली पहुंचे और वो आगे की कार्रवाई करने से पहले 'तहलका' की प्रबंध निदेशक सोमा चौधरी का बयान ले सकती है.

पीटीआई ने गोवा पुलिस के एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि इस टीम की अगुवाई पुलिस उप अधीक्षक सैमी टोवारेस कर रहे हैं और जांच दल में एक महिला सदस्य भी है.

पुलिस की कोशिश मामले से जुड़े तेजपाल के ईमेल और प्रबंध निदेशक से की गई लड़की की शिकायत की कॉपी हासिल करने की है.

पीटीआई की ख़बर के मुताबिक़ गोवा पुलिस के अधिकारियों ने तरुण तेजपाल की ग़िरफ़्तारी से इनकार नहीं किया है.

सहयोग का वादा

'होटल की लिफ्ट में सीसीटीवी कैमरा नहीं था'

इस बीच दिल्ली पुलिस ने कहा है कि वह गोवा पुलिस के विशेष जांच दल को पूरा सहयोग करेगी.

गोवा पुलिस शुक्रवार को तेजपाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), धारा 376 (2) (कार्यालय में अपनी स्थिति का फ़ायदा उठाकर अपने मातहत किसी महिला के साथ बलात्कार) के तहत एक  एफ़आईआर दर्ज कर चुकी है.

कथित रूप से यह घटना करीब एक पखवाड़े पहले गोवा में एक कार्यक्रम के दौरान घटी.

अगर धारा 376 के तहत तरुण तेजपाल दोषी साबित होते हैं, तो उन्हें अधिकतम आजीवन कारावास की सजा हो सकती है.

इस बीच 'तहलका' की प्रबंध निदेशक सोमा चौधरी ने कहा है कि वह गोवा पुलिस के साथ जांच में पूरा सहयोग देंगी.

इस मामले में शुरू से पहल कर रहीं अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संघ की सचिव कविता कृष्णन का कहना है, ''मैं चाहूंगी कि एफ़आईआर दर्ज हो और तेजपाल जेल जाएं, लेकिन हम इस महिला (पीड़ित) का बहुत सम्मान करते हैं और वह जानती है कि हम उसके साथ खड़े है, फिर चाहे वह जो भी निर्णय करे.''

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