- पुलिस कमिश्नर सुजीत कुमार पांडेय ने संभाला चार्ज

- बोले, पुलिस अब स्मार्ट, रिस्पॉन्सिबल, प्रोफेशनल दिखेगी

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रुष्टयहृह्रङ्ख : लखनऊ में कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के फायदे नुकसान का आंकलन भले ही 6 माह बाद हो, लेकिन सिस्टम के लागू होते ही आमजन के लिए एक सुविधा तत्काल लागू कर दी गई हैं। अब 24 घंटे जनसुनवाई की सुविधा दी जा रही हैं। दिन या रात किसी भी वक्त पुलिस का बड़ा अधिकारी न केवल पब्लिक की शिकायतें सुनने के लिए उपलब्ध रहेगा, बल्कि उनका तत्काल निस्तारण भी कराएगा। यह दावा किया है पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने बुधवार को डालीगंज पुलिस ऑफिस में अपना पद भार ग्रहण करने के बाद किया। इसके साथ ही उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं के बार में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से विस्तार से बात की।

मेट्रोपोलिटन सिटी की तरह क्राइम ब्रांच

कमिश्नर सुजीत पांडेय ने बताया कि मेट्रोपोलिटन सिटी की तरह क्राइम ब्रांच को अपग्रेड किया जाएगा। महिलाओं के मामले में पुलिस की संवेदनशीलता बढ़ाई जाएगी। पुलिस को जो नए अधिकार दिए गए, उनका गलत इस्तेमाल न हो, इस सवाल के जवाब में उनका कहना है कि अधिकारों का गलत प्रयोग करने वाले पुलिस कर्मियों को किसी भी हाल में बक्शा नहीं जाएगा। पुलिस की कार्रवाई जनता के हित में और न्यायसंगत होगी। ऐसे लोगों को अधिकार सौंपे जाएंगे जिनका कोई व्यक्तिगत स्वार्थ न हो।

वर्किग का ब्लूप्रिंट तैयार

कमिश्नर सिस्टम में पुलिस की वर्किग का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया है। इस सिस्टम में क्राइम ब्रांच अधिक प्रभावी होगी। आने वाले समय में स्मार्ट पुलिस, रिस्पॉन्सिबल पुलिस, एक प्रोफेशनल पुलिस होगी। अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी। क्राइम ब्रांच में विशेषज्ञों की टीम बनाई जाएगी। उनके स्पेशलाइजेशन के आधार पर पुलिस कर्मियों से काम लिया जाएगा। हालांकि इसको जमीन पर उतारने के लिए करीब तीन महीने तक लग सकता है। नए सिस्टम में किसका क्या कार्य होगा, क्या जिम्मेदारी होगी, इसका ब्लूप्रिंट तैयार हो गया है।

7 दिन 24 घंटे ड्यूटी

कमिश्नर ने कहा कि पुलिस को हर स्तर पर जवाबदेह बनाना होगा। उससे हम नहीं मुकर सकते। चाहे मैं हूं चाहे मेरे नीचे का कोई अफसर। यह कोई नहीं कह सकता कि मेरी ड्यूटी सिर्फ 8 घंटे की है। पुलिस कर्मियों की ड्यूटी 7 दिन व 24 घंटे की होगी। इसके साथ ही अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी।

ट्रैफिक सिस्टम सुधारना बड़ा चैलेंज

लखनऊ को अपने पिछले कार्यकाल में करीब से देखने वाले कमिश्नर सुजीत पांडेय ने कहा कि शहर का ट्रैफिक सिस्टम चुनौती से कम नहीं है। कमिश्नर ने कहा कि शहर के ट्रैफिक को स्मूथ बनाने के लिए जल्द ही मास्टर प्लान बनेगा। सबसे पहले ट्रैफिक नियम को फॉलो करने के लिए उन्होंने पुलिस अफसरों व कर्मचारियों से कहा है।

विजिबिलिटी ऑफ पुलिसिंग जरूरी

पुलिस कमिश्नर की प्राथमिकता में विजिबिलिटी ऑफ पुलिसिंग भी अहम है। शहरवासियों को पता होना चाहिए कि उसके आसपास पुलिस कितने समय में मदद को पहुंच सकती है। इसलिए विजिबल पुलिसिंग बहुत जरूरी है। वह आपको सबसे पहले दिखायी देगी। इसके साथ ही पब्लिक डिलीवरी सिस्टम और भी मजबूत होगा। कंट्रोल रूम को छोड़ सभी जगह 24 घंटे पुलिस मिलेगी। चाहे जितना भी मैनपॉवर क्यों न लगाना पड़े। लखनऊ में जिन जगहों पर अधिक अपराध होता है, उन डार्क स्पॉट को चिन्हित किया जाएगा।

इस पर होगा फोकस

- पुलिस में हर स्तर पर होगा वैल्यू एडिशन

- क्राइम और क्रिमिनल से निपटने को बनाया जायेगा सिस्टम

- ट्रैफिक को स्मूथ बनाने के लिए मास्टर प्लान जल्द

- डार्क स्पॉट पर बेहतर पुलिसिंग की कवायद

- अधिकारों का न होने पाए गलत इस्तेमाल