-नालंदा में जज मानवेन्द्र मिश्रा का एक और अनोखा फैसला

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BIHARSHARIFF/PATNA: किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी मानवेन्द्र मिश्रा ने फिर अनोखी सजा सुनाई है. दो किशोरों को सजा के तौर पर जल ही जीवन है, संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का टास्क सौंपा है. दोनों किशोर नालंदा के दीपनगर क्षेत्र में डीएम के अधीन रहकर ये दो माह तक लोगों को जल का महत्व बताएंगे. डीएम योगेन्द्र सिंह ने कहा कि इससे अच्छा संदेश जाएगा.

डीएम तय करेंगे काम

जज मानवेन्द्र मिश्रा ने बताया कि जल ही जीवन का संदेश देने के लिए दोनों किशोर डीएम द्वारा निर्धारित इलाकों में जाकर लोगों को जल के दुरुपयोग को रोकने के प्रति जागरूक करेंगे. संदेश देंगे कि लोग अपने घर, परिवार के लोगों को जल के दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रेरित करें और बताएं कि अगर इसकी बर्बादी को नहीं रोका गया तो नई पीढ़ी प्यासी रहेगी. दोनों लोगों को वर्षा के जल को संरक्षित करने के लिए भी प्रेरित करेंगे. उन्होंने कहा कि जब वाटर प्यूरिफायर का इस्तेमाल किया जाता है, तब पानी की अत्यधिक बर्बादी हो जाती है. एक आरओ शोधक प्रत्येक एक लीटर शुद्ध पानी के लिए 3 लीटर पानी बर्बाद करता है. आरओ से निकले अशुद्ध जल को संरक्षित कर उसे ¨सचाई के रूप में या कपड़े ,बर्तन साफ करने के प्रयोग में लाने के लिए लोगों को जागरूक करना जरूरी है. पानी की बर्बादी रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा.