RANCHI : रांची मे इन दिनों खुशियों का गुंडा टैक्स वसूला जा रहा है। चाहे कितना भी सिक्योरिटी जोन मे आप रहते हों, सोसाइटीज में भले ही सिक्योरिटी गार्ड तैनात हो, पुलिसकर्मी भले ही क्षेत्रों में राउंड लगाते हों, लेकिन इसके बावजूद भी किन्नरों के आतंक से बच नहीं सकते हैं। घरों और फ्लैट्स की घंटी बजाकर वे महिलाओं और बच्चों को आतंकित कर रहे हैं, जिससे उनकी गुंडागर्दी उजागर होती है।

करते हैं गुंडागर्दी

घर बनाना, बेटा पैदा करना भले ही खुशी की बात मानी जाती रही हो, लेकिन आज के समय में भी खुशी की बात पर कुछ लोग जबरन मुंहमांगा ईनाम मांगते हैं। न देने पर गुंडागर्दी पर भी उतारू हो जाते हैं, जिसे रोकने में सिक्योरिटी और पुलिस दोनों ही नाकाम है, सिर्फ एक डर के कारण, वो डर भी ऐसे समूह का जिसे सरकार ने अब आम जनता लेवल में लाकर बैठा दिया, ताकि वह भी समाज में इच्जत का स्थान पा सके, किन्तु अफ सोस आज भी ये लोग गुंडों की तरह सोसायटीज में घुसकर लोगों से जबरदस्ती करते हुए गंदी-गंदी गालियां देते है, इतना ही नहीं घिनौनी हरकते करते हुए घर की महिलाओं तथा बच्चों को आतंकित भी कर रहे हैं।

गंदी बात से शुरूआत

यह किन्नर रांची के घरों और सोसाइटीज में लोगों तथा सिक्योरिटी गार्डस को धमकाते हुए तथा ओछी और अश्लील बातें करके जबरन रुपए वसूलते हैं। सोचा जाए तो यह वही समाज है, जिनके कभी घर पर आने में शगुन माना जाता था, लेकिन इस समुदाय ने अब महिलाओं तथा बच्चों में दहशत फैला रखी है। ये अपार्टमेन्ट की बैल बजाते है, दरवाजा खोलने पर सीढियों पर जमकर बैठ जाते हैं। सोसाइटी में तैनात सभी सिक्योरिटी गार्डस भी इनके आतंक से डरते हैं।

पुलिस भी नही करती मदद

कोका के एक अपार्टमेंट के रहने वाले सिक्योरिटी गार्ड का कहना है कि पुलिस भी इसमें कुछ नहीं करती। कई बार हमलोग पुलिस को सुचना भी देते हैं, लेकिन वो आती नही है। कोकर के ही रहने वाले अशोक कुमार ने बताया कि हमारे घर किन्नरों के आने के बाद जब हमने सदर पुलिस से संपर्क किया तो, उसने आने से मना कर दिया और उपदेश दिया कि उन्हें कुछ पैसे देकर मैनेज कर लें,

तीन के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

ताजा मामला रांची के सदर थाना के बैंक कॉलोनी के रोड नंबर छह के रहने वाले अमित रंजन का है। उन्होंने रांची के सदर थाने मे तीन किन्नरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। अमित ने पुलिस को बताया कि 8 अगस्त को तीन किन्नर उनके घर पर आए, किन्नरों ने उनकी मां के साथ मारपीट की, फिर मां के गले से चांदी का चेन और हाथ से 1100 रूपए छिन कर चले गए।

बंटा हुआ है एरिया।

राजधानी रांची शहर मे किन्नरों का एरिया भी बंटा हुआ है, धुर्वा साइड, पिस्का मोड, बुटी मोड, डोरंडा, हरमू, मेन रोड, कांके रोड, कांटा टोली, बरियातू सभी जगहों मे किन्नरों का एरिया बंटा हुआ है। जिस एरिया मे जिस कि न्न्र का एरिया एलॉट हुआ है, उसमे दूसरे ग्रुप के लोग नही जा सकते, घरों से पैसा लेने के बाद वो लोग एक चिन्ह बना देते हैं कि दूसरा कोई नही आए।

एक साथ निकलती हैं ऑटो से

रांची मे किन्नरों के निकलने का टाइम भी फिक्स सुबह के नौ बजे वो टेम्पो मे एक साथ निकलती हैं, और दोपहर के तीन बजे तक अपने ठिकाने पर वापस लौट जाती हैं, एक ग्रुप मे कम से कम तीन और अधिक से अधिक पांच रहती हैं।

51 हजार से शुरूआत

किसी के घर जाने के साथ ही वो खुशी को परेशानी मे बदल देती हैं। 51 हजार रूपए से शुरू होती हैं और मिनिमम 11 हजार और पांच हजार में मानती है। जिनसे पैसे मांग रही है उनकी आर्थिक स्थिति कैसी है इससे उनको कोई फर्क नही पड़ता है, वो गाली गलौज देकर, मारपीट, धमकी देकर, छिन का पैसे वसूल की जाती हैं।