- आजाद नगर ट्रांसमिशन से सिविल लाइन्स तक ओवरहेड लाइन बनाने का केस्को का प्रोजेक्ट रूका

-रानीघाट के लोग गली की खुदाई कर अंडरग्राउंड केबल बिछाने का कर रहे हैं विरोध

KANPUR: हमेशा पब्लिक को करंट मारने वाला केस्को अबकी बार खुद इसका शिकार हो गया है। हालांकि इसका खामियाजा म्योर मिल सिविल लाइन्स और मालरोड सबस्टेशन से जुड़े हजारों घरों के लोगों को भी भुगतना पड़ रहा है। आजाद नगर ट्रांसमिशन से म्योर मिल सबस्टेशन तक नई ओवरहेड हाईटेंशन लाइन बनाने का रानीघाट के लोगों के विरोध के कारण रुक गया है। जिसकी वजह से हजारों घरों के अलावा नवीन मार्केट, पीपीएन मार्केट आदि में ब्रेकडाउन, पॉवर कट की समस्या से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है।

शकों पुरानी जर्जर केबल

दरअसल आजाद नगर ट्रांसमिशन स्टेशन से म्योर मिल सिविल लाइन्स सबस्टेशन को दो अंडरग्राउंड केबल आती है। ये दोनों ही केबल दशकों पुरानी है और जर्जर हो चुकी है। जबकि म्योर मिल सबस्टेशन की कैपेसिटी ख्भ् एमवीए की है और मालरोड की क्षमता क्0 एमवीए की हो चुकी है। इन सबस्टेशंस से सिविल लाइन्स, दूधवाला बंगला, भार्गव इस्टेट, नवीन मार्केट, पीपीएन मार्केट, नई सड़क, चौबेगोला, नया चौक, मेस्टन रोड, हॉस्पिटल रोड आदि मोहल्ले जुड़े हुए है। दशकों पुरानी ये केबल गर्मी और सर्दी में पॉवर की डिमांड बढ़ने पर दगा दे जाती है। सबसे अधिक अंडरग्राउंड केबल फाल्ट लालइमली चौराहा, शनिदेव मंदिर चुन्नीगंज तिराहा और कम्पनीबाग से कमिश्नर आवास के बीच होता है। अंडरग्राउंड केबल फाल्ट खोजने और फिर रोडकटिंग कर उसे बनाने में भी केस्को को कई बार ख्ब् घंटे से भी अधिक समय लग जाता है। जिसके कारण लोगों को बिजली के साथ पानी संकट का भी सामना करना पड़ता है।

क्0 का निकला दम

म्योर मिल और मालरोड सबस्टेशन से जुड़े लोगों को पॉवर क्राइसिस से छुटकारा दिलाने के केस्को आजाद नगर ट्रांसमिशन से म्योर मिल सबस्टेशन तक क्0.भ् किलोमीटर नई इलेक्ट्रिसिटी लाइन बना रहा है। इसका कुछ हिस्सा छोड़कर ज्यादा तर ओवरहेड लाइन के रूप में है। इसे वीआईपी रोड पर आरपीएच सबस्टेशन से भी जोड़ा जाना है। जिससे कि ओवरलोडिंग या अन्य समस्या होने पर आरपीएच सबस्टेशन को आजाद नगर ट्रांसमिशन से जोड़कर पॉवर सप्लाई दी जा सके। लेकिन कुछ हिस्से में अंडरग्राउंड केबल बिछाया जाना है ही केस्को के लिए मुसीबत बन गया है। रानीघाट से सृष्टि अपार्टमेंट के बीच अंडरग्राउंड केबल लोगों के विरोध केस्को नहीं डाल पा रहा है। लोगों ने काम बन्द कराकर केस्को इम्प्लाइज को लौटा दिया। कई दिनों तक मान-मनौव्वल के बाद केस्को ऑफिसर्स को सफलता हाथ नहीं लगी है। कुल मिलाकर एक गली के कारण क्0 करोड़ का प्रोजेक्ट लटका हुआ है। लाखों लोगों और बिजनेसमैन को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है।

वर्जन-वर्जन

-कई दिनों तक अनशन के बाद बड़ी मुश्किल से ये गली आरसीसी बन पाईं है। अब केस्को ऑफिसर खुदाई कर अंडरग्राउंड केबल बिछाना चाहते हैं। जिसका लोग विरोध कर रहे हैं.- मदनबाबू, कारपोरेटर

- आजाद नगर ट्रांसमिशन से म्योर मिल सबस्टेशन तक आने वाली अंडरग्राउंड केबल्स बहुत पुरानी और जर्जर हो चुकी है। जिसकी वजह से अक्सर फाल्ट हो जाता है। नई ओवरहेड लाइन बनाई जा रही है। कई किलोमीटर तक हाईटेंशन पोल व लाइन भी बनाई जा चुकी है। रानीघाट की एक गली में अंडरग्राउंड केबल लोगों के विरोध के कारण नहीं डाली जा सकी है। काम रूका हुआ। अब बिना खुदाई के ही अंडरग्राउंड केबल डाली जाएगी.- वीके शर्मा, एक्सईएन, केस्को

एट ए ग्लांस

प्रोजेक्ट- आजाद नगर ट्रांसमिशन-सिविलाइन्स तक ओवरहेड लाइन

लंबाई- क्0.भ् किलोमीटर

प्रोजेक्ट कास्ट- फ्.भ् करोड़

इनको फायदा- सिविल लाइन्स, दूधवाला बंगला, नवीन मार्केट, पीपीएन मार्केट, भार्गव स्टेट, नई सड़क, उर्सला हॉस्पिटल रोड, चौबेगोला, नया चौक, मेस्टन रोड

बॉक्स आइटम---

कालपी रोड को ब् लेन से म् लेन किया जाना है। लेकिन केस्को के हाईटेंशन लाइन, पोल व ट्रांसफॉर्मर ना हटाने के कारण इसकी वाइडनिंग नहीं हो पा रही है। जबकि हाइटेंशन लाइन और ट्रांसफॉर्मर शिफ्टिंग किए जाने के लिए केस्को ब्0 लाख रूपए भी कस्को को दे चुका है।