- 17 अवधी लोकगीतों पर पूरे होंगे विवाह संस्कार

- आज निशातगंज के राजकीय इंटर कॉलेज में होगी शादी

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LUCKNOW: किसी भी विवाह में संगीत का अपना महत्व होता है। यहां पर शादियों में जब तक संगीत न हो, तब तक शादी अधूरी मानी जाती है। इस परंपरा को और मजबूत करने के लिए अब शहर में लोक संगीत में एक शादी होने जा रही है। यह अनोखी शादी लोक संगीत के संरक्षण की अनोखी मिसाल पेश करने जा रही है। इस शादी को व‌र्ल्ड रिकॉ‌र्ड्स में दर्ज करने के लिए भी कवायद की जा रही है।

विभिन्न संस्कारों के लिए अवधी लोकगीत

मंगल ब्याह के नाम से होनी वाली यह शादी आज निशातगंज के राजकीय इंटर कॉलेज में होगी। इसमें एक संस्था चलाने वाले हजरतगंज निवासी विवेक वर्मा व छत्तीसगढ़ की संगीता परिणय सूत्र में बंधेंगे। अवधी वैवाहिक संगीत पर आधारित होने वाली इस शादी में 17 अवधी लोकगीतों पर विवाह संस्कार पूरे किए जाएंगे। यह सभी विवाह गीत विभिन्न संस्कारों पर आधारित होंगे।

अलग करने की चाह

दूल्हा बनने जा रहे विवेक ने बताया कि वह अपनी शादी के द्वारा भारतीय लोक संगीत को प्रोत्साहन देने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए 17 अवधी लोकगीतों को रिकॉर्ड कराया गया है। शादी में होने वाले विभिन्न संस्कारों के लिए अलग तरह का लोकगीत बजेगा। जिसमें सगाई, हल्दी, मेहंदी, विदाई के मौके पर लोकगीतों का गायन होगा। इस मंगल विवाह में लोकगायिका कुसुम वर्मा अपनी आवाज में प्रस्तुति देंगी।

सहमति मिली

विवेक ने बताया कि इस विशिष्ट शादी में मार्वल्स बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉ‌र्ड्स अपना प्रतिनिधि भेज रहे हैं। साथ ही गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉ‌र्ड्स व एशिया बुक ऑफ रिकॉ‌र्ड्स ने भी अपनी सहमति दी है।

ससुराल वालों ने किया समर्थन

विवेक ने बताया कि जब मैंने अपने परिवार वालों के समकक्ष इसका प्रस्ताव रखा तो वो लोग खुशी-खुशी राजी हो गये। साथ ही ससुराल वालों ने भी मेरे इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।