21 जुलाई और 19 नवंबर को ही हो सकेंगे मांगलिक कार्य

23 जुलाई से शुरू होगी देवशयनी एकादशी

Meerut। इस साल 2018 में जुलाई से लेकर दिसंबर तक विवाह के लिए सिर्फ दो ही शुभ मुहूर्त हैं, जिस कारण विवाह मंडप व कैटर्स का बिजनेस करने वालों को परेशानी होगी। दरअसल, ये मुहूर्त शानिवार 21 जुलाई को भड़रिया नवमी और इसके बाद 19 नवंबर को देवोत्थान एकादशी को बताए जा रहा है। ज्योतिषयों की मानें तो 23 जुलाई से देवशयनी एकादशी शुरू होगी, इसके बाद चातुर्मास शुरु हो जाएगा, जो देवोत्थान एकादशी के बाद ही खत्म होगा। इसके बाद ही मांगलिक कार्य शुरू हो सकेंगे।

नहीं होते मांगलिक कार्य

विद्वानों की मानें तो चातुर्मास मास में मांगलिक कार्यो का निषेध होता है। वही 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक खारमास होगा, उस उस समय भी शुभ कार्य नहीं होंगे, लिहाजा तकरीबन छह माह तक कोई भी मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे।

इस साल महज वो ही दो मुहूर्त है जो अनसूझे वाले है। इस समय में जो भी शुभ कार्य होता है वह अति शुभ माना जाता है।

पं। भारत ज्ञान भूषण

इस बार तो शादी के मुहूर्त के कारण पूरे कारोबार का काम खराब हो गया है। बस केवल बर्थ डे पार्टी आदि के लिये ही बुकिंग आ रही है।

विपुल सिंघल, मंडप एसोसिएशन अध्यक्ष