-क्रिस्टल कॉलोनी में मोबाइल कंपनी का पोल शिफ्ट कर रहे थे 5 मजदूर

-दो घायलों को हॉस्पिटल में कराया एडमिट, हालत गंभीर

बरेली-बारादरी की क्रिस्टल कॉलोनी में मोबाइल कंपनी का पोल शिफ्ट करने के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया। पोल ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया, जिससे 3 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई और दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को स्थानीय लोगों ने किसी तरह हॉस्पिटल पहुंचाया। दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसे की सूचना पर पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ पहुंचे और तीनों के शवों को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया।

कर रहे थे शिफ्ट

बीसलपुर रोड पर स्थित क्रिस्टल कॉलोनी में शिव शक्ति मंदिर के पास जीओ कंपनी का पोल लगा है। इस पोल को कुछ दूरी पर शिफ्ट करके लगाना था। फरीदपुर के सिसइया मगनपुर निवासी सुभाष, उसका भांजा शंकर, दामाद अनूप निवासी सिंघोई बदायूं, अनूप का चाचा व एक अन्य काम कर रहे थे। सभी ठेकेदार त्रिपाठी के अंडर में काम कर रहे थे। दिन में उन्होंने पोल के आसपास गड्ढा खोदकर उसे निकाला और पास में भी गड्ढा खोद लिया।

नहीं मिला मौका

स्थानीय लोगों के मुताबिक करीब पौने 3 बजे सभी मिलकर पोल को उठाकर दूसरे गड्ढे में रखकर लगा रहे थे कि तभी अचानक पोल का ऊपरी हिस्सा ऊपर से गुजर रही हाई टेंशन लाइन से टकरा गया। उसके बाद तेज झटके से सभी पोल में चिपककर दीवार से टकरा गए। करंट लगते ही सभी जलने लगे और उनके कपड़े व शरीर एक दूसरे से चिपक गए। उन्हें शोर मचाने तक का मौका नहीं मिला। आसपास के लोगों ने जब देखा तो बिजली विभाग को फोन कर लाइन बंद करायी और पुलिस को सूचना दी।

मौके पर मौत

लोगों ने लाइन कटवाने के बाद मौके पर दर्द से कराह रहे दो लोगों को किसी तरह डंडे के सहारे खंभे से चिपके लोगों से अलग किया और उन्हें हॉस्पिटल पहुंचा। एक को पीलीभीत रोड स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल और दूसरे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया। लोगों ने बताया कि जब मौके पर गए तो धुंआ निकल रहा था और जलने की बदबू भी आ रही थी। जब तक पुलिस पहुंची तब तक काफी देर हो चुकी थी। हादसे में मौके पर ही सुभाष, उसके दामाद अनूप और भांजे शंकर की मौत हो चुकी थी।

डंडे से हटाया तार

मौके पर एसपी सिटी अभिनंदन सिंह, सीओ सिटी थर्ड अशोक मीणा, एसएचओ बारादरी कृष्णवीर सिंह फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस ने मौके पर बिजली विभाग की टीम को बुलाया, लेकिन डर के चलते कोई नहीं आया। इसके बाद सिपाही विकास ने छत पर चढ़कर डंडे से तार को पोल से हटाया और फिर पुलिस ने शवों को उठाना शुरू किया।

शव उठाने का विरोध

पुलिस ने मौके पर ट्रैक्टर-ट्राली बुलाकर शवों को उठाकर भेजने की कोशिश की तो सुभाष के बेटे लक्ष्मण ने विरोध कर दिया। उसने ट्रैक्टर ड्राइवर को तुरंत वहां से चले जाने के लिए कहा। उसका कहना था कि जब तक परिजन नहीं आएंगे और तब तक शव नहीं उठेंगे। उसके बाद पुलिस अधिकारियों ने उसे समझाया कि वह जो भी कानूनी कार्रवाई चाहेगा, वह की जाएगी, जिसके बाद शवों को मौके से भेजा गया।

--------

जब घर में हों खंभे तो क्यों न हों हादसे

क्रिस्टल कॉलोनी में ही घरों के अंदर लगे हैं बिजली के खंभे

आए दिन बरेली में बिजली की लाइन की वजह से नहीं हुए हादसे

बरेली। हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत के बाद एक बार फिर से हादसों को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। कभी हादसा ऊपर से गुजर रही लाइन से टकराने से होता है तो कभी हाईटेंशन लाइन के नीचे टूटकर गिरने से होता है। कई लोग जान गंवा चुके हैं लेकिन हालात सुधरने नहीं रहे हैं। पब्लिक इसके लिए बिजली विभाग को जिम्मेदार ठहराती है तो विभाग पब्लिक को। जिस क्रिस्टल कॉलोनी मे हादसा हुआ, उसी के ठीक सामने पूरी गली में घरों के अंदर बिजली के खंभे लगे हुए थे और पब्लिक बिजली विभाग को जिम्मेदार ठहरा रही थी।

पहले भी हो चुके हैं हादसे

21 नवंबर 2018 : पीलीभीत रोड स्थित वुडरो स्कूल में हाईटेंशन लाइन टूटकर ग्राउंड में गिर गया था। गनीमत थी कि स्कूल बंद था

20 नवंबर 2018 : भोजीपुरा में हाईटेंशन लाइन की चपेट में श्रद्धालुओं से भरी बस टकरा गई थी। हादसे में 13 लोग घायल हो गए थे और 65 लोगों की जान बची थी

19 नवंबर 2018 : सिद्धार्थ नगर कॉलोनी में एचटी लाइन गिरने से फर्श बना रहे युवक की मौत हो गई थी

27 अक्टूबर 2018 : दुर्गानगर में मकान बना रहे राजमिस्त्री की हाईटेंशन लाइन में आने से जलकर मौत हो गई थी

21 अगस्त 2018 : भमोरा में कांवडि़यो की ट्रैक्टर-ट्राली हाईटेंशन लाइन से टकरा गई थी, हादसे में एक की मौत हो दो बच्चे घायल हो गए थे

19 जुलाई 2018 : जोगी नवादा में हाईटेंशन लाइन गिरने से महिला की मौत हो गई थी