- जाजमऊ चुंगी के पास हुआ हादसा, खटारा ट्रक ब्रेक फेल होने से दुकानों में घुसा

- पुलिस ने ड्राइवर को पकड़ा, इलाकाई लोगों का हंगामा, टै्रफिक पुलिस पर वसूली का आरोप

- मरने वालों में सपा नेता भी शामिल, लाइसेंसी असलहा गायब, घायलों की हालत भी गंभीर

KANPUR: जाजमऊ में शनिवार शाम को 'यमदूत' बन कर दौड़ रहे खटारा ट्रक ने आधा दर्जन लोगों को कुचल दिया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। मरने वालों में सपा नेता भी शामिल है। जो कि अपने दोस्त के साथ असलहे का लाइसेंस रिन्युअल करा कर जाजमऊ चौकी से लौट रहा था। हादसे के बाद उसका रिवाल्वर भी गायब है। घटना के बाद गुस्साए इलाकाई लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा करना शुरू कर दिया। वहीं पुलिस ने ट्रक के ड्राइवर को हिरासत में ले ि1लया है।

खटारा ट्रक ने बांटी कई मौतें

घटना शाम 4 बजे के करीब की हैं जाजमऊ चुंगी के पास रामादेवी की तरफ से आ रहे खटारा ट्रक का ब्रेक और स्टियरिंग फेल हो गया। जिसके बाद बेकाबू ट्रक ने चुंगी के पास पहले खंबे को टक्कर मारी फिर सड़क किनारे बनी गुमटियों में घुसा। इस दौरान तीन लोग उसकी चपेट में आ चुके थे लेकिन ट्रक वहीं पर नहीं रुका और दूसरी तरफ जाकर फ्लाईओवर की दीवार में भिड़ गया। इस दौरान उसने रिक्शेवाले समेत तीन और लोगों को कुचला। घटना में तीन की मौके पर ही मौत हो गई। मरने वालों में प्रापर्टी डीलर शेर अली (50), उनका भांजा मोहम्मद अनवार (35) और सपा नेता बताए जा रहे शाहिद अली (34)) शामिल हैं। इसके अलावा शाहिद के साथ गए परवेज आलम, शोएब मंसूर और सूरज गंभीर रूप से घायल हो गए।

सड़क पर खून, लोगों में गुस्सा

जाजमऊ में जिस खटारा ट्रक ने मौत बांटी उससे जाजमऊ चुंगी की तरफ जाने वाली सड़क खून से लाल हो गई। इलाकाई लोगों ने वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिस पर वसूली का आरोप लगाते हुए उन्हें घटना के लिए जिम्मेदार बताया और हंगामा काटने लगे। मौके पर सपा विधायक इरफान सोलंकी और नगर महासचिव हसन रूमी भी पहुंचे और घटना को लेकर नाराजगी जताई। चकेरी समेत कई सर्किल की फोर्स ने मौके पर पहुंच कर मामला शांत किया।

खटारा ट्रक की स्टियरिंग और ब्रेक फेल हो गए थे

जो ट्रक तीन लोगों की मौत की वजह बना। उसकी हालत पहले से ही खटारा थी। 10 साल से ज्यादा पुराने ट्रक के टायर घिस चुके थे। उसे फिटनेस सर्टिफिकेट कैसे मिला और यह ट्रक सड़क पर दौड़ ही कैसे रहा था। यह तो अलग सवाल है लेकिन चकेरी एसओ के मुताबिक ट्रक के ब्रेक और स्टियरिंग फेल होने की वजह से यह हादसा हुआ। ट्रक के ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया है।

इन परिवारों का क्या होगा

प्रापर्टी डीलिंग का काम करने वाले शेर अली की दो पत्‍ि‌नयां खानी निशां और शांति निशां थी। उनके घर में 6 बेटे और 3 बेटियां भी हैं। इसके अलावा उनके भांजे मो। अनवार के भी 5 बेटे हैं जोकि अभी पढ़ रहे हैं। सिलाई का काम करने वाले मो। अनवार ही परिवार में कमाने वाले थे। इसके अलावा सपा नेता बताए जा रहे शाहिद अली के घर में भी पत्‍‌नी और दो छोटे बच्चे हैं। घायल परवेज की हालत भी बेहद नाजुक है। वह भी अपने घर का अकेला कमाने वाला है। ऐसे में इस हादसे के बाद इन परिवारों का क्या होगा यह बड़ा सवाल है।

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पुलिस और आरटीओ की इन्कम का सोर्स है खटारा ट्रक और लोडर

- वसूली के लिए कुछ पिकेट प्वाइंटों व चौकी में ड्यूटी के लिए होती है मारामारी

- ट्रैक्टर, लोडर और डम्फर और ट्रकों से वसूली से मिलता है सबसे ज्यादा पैसा

- वसूली जगहों पर तो वसूली के लिए जान भी दांव पर लगा देती है पुलिस

- आरटीओ में जेब गर्म करो और कबाड़ का भी फिटनेस बनवा लो

kanpur@inext.co.in

KANPUR: जेब गर्म करके पुलिस और आरटीओ ट्रकों को यमदूत बनने का अधिकार दे देते हैं। और इसके लिए बकायदा पूरा तंत्र लगता है। डयूटी लगाने से लेकर ट्रकों के फिटनेस बनवाने तक में बस जेब गर्म करने का खेल है। फिर आरटीओ में चाहें कबाड़ का भी फिटनेस सर्टिफिकेट बनवा लो। यही हाल पुलिस का भी है। कुछ थानों में तो इन ट्रकों, ट्रैक्टरों और लोडरों से की जाने वाली वसूली जाने वाली रकम इतनी बड़ी होती है कि उन थानों में चार्ज पाने की होड़ लगती है। यही स्थिति पुलिस चौकियों भी है। जिन्हें पाने के लिए मुंहमांगी कीमत अदा की जाती है। नो इंट्री में घुसने की कीमत भी बेहद महज ख्0,भ्0 रुपए ही होती है। और यही ख्0,भ्0 रुपए की कमाई आम राहगीरों के अलावा कई बार पुलिस वालों की जान की दुश्मन भी बन जाती है।

यह है नोइंट्री में घुसने की रेटलिस्ट

क्- ट्रैक्टर- दो पहिए की ट्राली के साथ - क्0 रुपए प्रति चक्कर

ख्- ट्रैक्टर- ब् पहिए की ट्राली के साथ- ख्0 रुपए प्रति चक्कर

फ्- ट्रक - म् चक्का- ख्0 से भ्0 रुपए प्रति चक्कर

ब्- ट्रक- क्0 चक्का- भ्0 से क्00 रुपए प्रति चक्कर

भ्- लोडर - ख्0 रुपए प्रति चक्कर

वसूली के लिहाज से सबसे बड़े प्वाइंट्स

अफीमकोठी चौराहा, कोपरगंज, संगीत टाकीज चौराहा, जरीब चौकी, विजय नगर, छपेड़ा पुलिया, गोल चौराहा, 9 नंबर गुमटी, एनएलसी चौकी, ट्रांसपोर्ट नगर चौकी, टाटमिल चौराहा, घंटाघर चौराहा, लाटूश रोड, रामादेवी चौराहा, नौबस्ता गल्ला मंडी और मौरंग मंडी

एक प्वाइंट की वसूली से समझिए पुलिस की इनकम का आकंड़ा

अफीम कोठी चौराहा जो कि ट्रांसपोर्ट नगर , जरीब चौकी और कोपर गंज जैसे व्यापारिक केंद्रों के बिल्कुल बीच में है। यहां से रोज क्0 हजार से ज्यादा ट्रक, लोडर और टै्रक्टर गुजरते हैं। अगर सिर्फ ख्0 रुपए को और वाहनों की संख्या जिनसे वसूली की जाती है वह भी 80 फीसदी तक कम कर दे तो रोज वसूली जाने वाली रकम प्रतिदिन के हिसाब से ब्0 हजार रुपए आती है। इसमे नो इंट्री का समय और रात को मौंरग व ईटें उतारने वाले ट्रक व लोडर भी शामिल हैं।

जेब गर्म करो और किसी का भी फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाओ

खटारा ट्रक आखिर दौड़ते तो आरटीओ की कृपा से ही हैं, क्योंकि उन्हें शहर की सड़कों पर चलने का अधिकार जो आरटीओ से मिल जाता है। नियम के मुताबिक तो कामर्शियल वाहनों को फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आरटीओ जाना अनिवार्य है लेकिन ऐसा होता नहीं है। रोजाना आरटीओ में क्भ्0 कामर्शियल वाहनों के फिटनेस सर्टिफिकेट बनाए जाते हैं लेकिन कितने वाहनों को असल में चेक किया जाता है। यह बड़ा सवाल है। वैसे फ्00 से भ्00 रुपए खर्च करके यह सर्टिफिकेट आराम से बन जाता है।