- डीजीजीआई ने की कार्रवाई, छापेमारी में मिले टैक्स चोरी के सुबूत

- एक हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी का मामला, जांच-पड़ताल जारी

- स्कूटर, ई-रिक्शा, डंपर, बस से की 20 मीट्रिक टन चीनी की फर्जी सप्लाई

- 01 हजार करोड़ के फर्जी एनवायस तैयार किए गये

- 50 करोड़ रुपये से ज्यादा की टैक्स चोरी अंजाम

कहां से कितनी फर्जी एनवायस बरामद

- जयदीप अग्रवाल : 350 करोड़ रुपये की

- रचिन गुप्ता और सुनील गुप्ता के ठिकानों से 590 करोड़

LUCKNOW :

बोगस कंपनियां खोलकर करोड़ों की टैक्स चोरी करने वाले बरेली के तीन व्यापारियों को डायरेक्टरेट जनरल ऑफ गुड्स एंड सर्विस टैक्स इंटेलीजेंस (डीजीजीआई) की लखनऊ जोनल टीम ने छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उन्होंने करीब एक हजार करोड़ के फर्जी इनवायस तैयार किए जिससे 50 करोड़ रुपये से ज्यादा की टैक्स चोरी अंजाम दी गयी। डीजीजीआई की टीम ने उनके ठिकानों से तमाम ऐसे दस्तावेज बरामद किए हैं जो उनके इस गोरखधंधे की पोल खोल रहे हैं। अधिकारियों की मानें तो दस्तावेजों की गहन जांच के बाद टैक्स चोरी की रकम में इजाफा हो सकता है।

तीन जिलों में मारा छापा

एडीजी डीजीजीआई राजेंद्र कुमार सिंह के निर्देश पर जांच टीमों ने बरेली, शाहजहांपुर और कासगंज में तीनों व्यापारियों के ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान सामने आया कि बरेली निवासी जयदीप अग्रवाल, रचिन गुप्ता और सुनील चंद्र गुप्ता मेसर्स बालाजी फॉर्म राइस प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स अट्टारसन ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स पीएस इंटरप्राइजेस, मेसर्स जेएस इंटरप्राइसेस, मेसर्स जय ट्रेडिंग, मेसर्स सिद्धिविनायक ट्रेडिंग कंपनी, श्री स्वास्तिक शुगर ट्रेडर्स, मेसर्स हनुमान ट्रेडिंग कंपनी, श्री बालाजी शुगर सेल्स आदि कंपनियां संचालित कर रहे हैं। इन कंपनियों द्वारा बिना चीनी की सप्लाई किए फर्जी इनवायस बनाई जा रही थी। जिन गाडि़यों द्वारा चीनी की सप्लाई का दावा किया जा रहा था वे जांच में स्कूटर, मोटरसाइकिल, ई-रिक्शा, डंपर और बस के पाए गये। उनके दस्तावेजों के मुताबिक 20 मीट्रिक टन चीनी को सप्लाई किया गया था। साथ ही यह भी सामने आया कि वह बिना चीनी की सप्लाई लिए फर्जी इनवायस भी मंगा रहे थे।

एक हजार करोड़ की गड़बड़ी

जांच एजेंसी की पड़ताल में करीब एक हजार करोड़ की फर्जी इनवायस का पता चला है जिसके जरिए 50 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी अंजाम दी जा चुकी थी। जयदीप अग्रवाल के ठिकानों से 350 करोड़ रुपये की इनवायस बरामद की गयी है जिसमें 17.53 करोड़ जीएसटी शामिल है। इसी तरह रचिन गुप्ता और सुनील गुप्ता के ठिकानों से 590 करोड़ की इनवायस बरामद की गयी है। ध्यान रहे कि यह गड़बड़ी दस्तावेजों की शुरुआती जांच में सामने आई है जबकि दस्तावेजों की विस्तृत पड़ताल होना बाकी है। जांच टीम में एडिशनल डायरेक्टर दिनेश कुमार, डिप्टी डायरेक्टर अमित कुमार, एसआईओ संतोष तिवारी, आईओ हेमंत चौहान व अमित कुमार व तमाम अफसर शामिल थे।