पडि़ला महादेव मंदिर से थोड़ी दूर पेड़ के नीचे सोते समय जलने से तीनों की मौत

दंपती समेत युवती की मौत पर हत्या की आशंका जता रहे हैं स्थानीय लोग

कई बिन्दुओं पर जांच में जुटी पुलिस, मौके पर पहुंचे एसपी गंगापार

ALLAHABAD: गंगापार थरवई थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव स्थित पडि़ला महादेव मंदिर से चंद कदमों की दूरी पर पेड़ के नीचे सो रहे दंपति व उसकी बेटी की बिस्तर पर ही चिता जल गई। शुक्रवार रात आग में जलने से तीनों की मौत हो गई। शनिवार की भोर पेड़ के नीचे उठ रही आग की लपटों को देख कर मौके पर पहुंचे लोग सिहर उठे। लोगों ने घटना की खबर पुलिस को दी। पता चलते ही फायर ब्रिगेड कर्मियों के साथ पुलिस मौके पर पहुंची। पानी डाल करके दमकल कर्मियों ने आग बुझाई। बुरी तरह से जलने के कारण पुलिस शवों की पहचान नहीं कर सकी। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में ग्रामीणों ने युवती से दुष्कर्म के विरोध में तीनों को जलाए जाने की आशंका जताई है।

राजस्थानी थी तीनों की बोली भाषा

पडि़ला महादेव मंदिर शिवपुर गांव में ही स्थित है। महाशिवरात्रि पर दूर दराज के क्षेत्रों से लोग यहां दर्शन व पूजन के लिए लोग आते हैं। श्रद्धालु के अलावा यहां भिखारियों की संख्या भी मेले की वजह से बढ़ जाती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक करीब 65 वर्षीय एक दिव्यांग व्यक्ति अपनी 55 वर्षीय पत्‍‌नी व करीब 22 साल की विवाहित बेटी के साथ गुरूवार को यहां मेले में आया हुआ था। तीनों शिवजी की मंदिर के आस पास घूम घूमकर भीख मांगते हुए देखे गए थे। वे तीनों मंदिर से चंद कदमों की दूरी पर खाली पड़े मैदान में आम के पेड़ के नीचे रहते थे। देर शाम तीनों उसी पेड़ के नीचे खाना बना कर खाने के बाद वहीं पर सो गए। शनिवार की भोर उसी पेड़ के नीचे आग की उठती लपटों को देख लोग दंग रह गए। मौके पर पहुंचे लोगों ने देखा कि वे तीनो आग में जल रहे थे। आग में जलने की वजह से उन तीनों की मौत हो चुकी थी।

घटना से इलाके में सनसनी

ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। एक साथ जलने से तीन लोगों के मौत की खबर सुनते ही पुलिस के हाथ पांव फूल गए। एसपी गंगापार, इंस्पेक्टर थरवई कमलेश कुमार, तहसीलदार अरविंद तिवारी और फायर बिग्रेड की टीम फौरन मौके पर पहुंची। फायर कर्मियों पानी डाल कर आग बुझाई। तीनों इस कदर जल चुके थे कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल था। बगैर देर किए पुलिस अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने घटना की बाबत ग्रामीणों से पूछताछ किया। तमाम कोशिशों के बावजूद मृतकों की पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने पंचनामा भर करके तीनों के शवों को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। तफ्तीश में लोगों ने पुलिस को बताया कि उनकी बोली भाषा राजस्थानी लग रही थी।

वर्जन

तीनों की मौत आग में जलने की वजह से हुई है। ग्रामीणों ने बताया है कि उनकी भाषा राजस्थानी थी। लोगों ने आशंका जताई है कि युवती से दुष्कर्म का विरोध करने पर उन्हें जलाया गया होगा। हर बिन्दुओं पर गहराई से जांच की जा रही है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद सब कुछ साफ हो जाएगा।

मुन्ना लाल, एसपी गंगापार