RANCHI: शनिवार को चुटिया के साई कॉलोनी, गौरव सिंह, शिवम सिंह, शैंकी सिंह के घरों में अहले सुबह से चहल-पहल थी। टीवी के ब्रेकिंग न्यूज से सबकी नींद टूटी, फिर उनके मायूस चेहरे पर खुशी के भाव छा गए। फोन और मोबाइल के रिंग घनघनाने लगे। धीरे-धीरे परिजनों को पता चला कि रांची पुलिस, चाईबासा पुलिस ने गोईलकेरा जंगल में छापेमारी कर तीनों स्कूली छात्रों को बरामद कर लिया है। इसके बाद परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लोग मिठाई दुकान की ओर भागे, मिठाई खरीद कर लाए और सभी लोगों का मुंह मीठा कराया जाने लगा। शैंकी सिंह की मां रेणु सिंह उर्फ बेबी देवी, बहन पूजा सिंह, भाई आयुष उर्फ शंटी समेत उसके मामा राजू सिंह, मौसी, बहन सभी खुश थे। शैंकी की मां ने कहा कि उनके बच्चे सकुशल घर आ गए। यह माता दुर्गा का ही आशीर्वाद है। अब तो वे लोग बेटे के मिलने की खुशी में दशहरा और दीपावली धूमधाम से मनाएंगे।

क्7 दिन लगा आजीवन कारावास

बेबी देवी ने कहा कि क्7 दिन वे और उसका परिवार कैसे काटा है, इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। आंखों से नींद उड़ गई थी। गेट खुलता या फोन बजता तो यही लगता था कि शायद बच्चों के मिलने की सूचना होगी। लेकिन, फिर मां का नाम लेकर सो जाती। इतने दिनों तक बेटे के गम में न तो मन लगता था और न किसी की बातें अच्छी लगती थी। मानो मेरा कुछ खो गया हो और वह आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।

कॉलेज छोड़ भाई की राह ताकती बहन

बहन पूजा सिंह का कहना है कि छोटे भाई के लापता हो जाने पर उसने कॉलेज जाना छोड़ दिया। घर में रहकर चहलकदमी करती थी। वह अक्सर यह सोचती थी कि जिस तरह छोटा भाई शैंकी घर से गया है, उसी तरह वापस लौट रहा होगा।

पैतृक गांव से पहुंचे परिजन, मनाई खुशी

शैंकी सिंह समेत तीनों बच्चों की बरामदगी की सूचना पाकर इटकी थाना क्षेत्र के रड़गांव से शैंकी के परिजन आए। उनलोगों ने तीनों बच्चों के मिलने की खुशी में जमकर आतिशबाजी की। दो घंटे तक चुटिया पावर हाउस रोड जाम रहा।