-पिछले साल 10.30 लाख की लूट का हुआ खुलासा, 91 हजार बरामद

-कलेक्शन करने वाले एजेंटों की रेकी कर घटना को देते थे अंजाम

PRAYAGRAJ: यह लोग पहले कंपनियों या फर्म में कलेक्शन करने वाले कर्मचारियों की रेकी करते थे और फिर उनको लूट लेते थे। पिछले साल उन्होंने एक बड़ी घटना को अंजाम दिया था और आने वाले समय में कई लूट की योजना बना रहे थे। लेकिन इस बीच पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। इसके बाद क्राइम ब्रांच और कोतवाली की संयुक्त टीम ने मार्च 2019 में हुई 10.30 लाख की लूट का खुलासा भी किया।

ओवरब्रिज के नीचे से किया अरेस्ट

पुलिस ने गुरुवार को मुखबिर की सूचना पर जीआईसी के बगल ओवरब्रिज के नीचे से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया। खरकौनी थाना नैनी का रहने वाले ओम पांडेय पुत्र ईश्वरचंद्र, जिगना मिर्जापुर निवासी निखिल शुक्ला पुत्र श्यामजी और मुट्ठीगंज निवासी पवन यादव पुत्र लालजी कुमार शामिल था। यह तीनों अमूल दूध का कलेक्शन ले जाने वाले एजेंट को लूटने वाले थे। इनके पास से पुलिस ने 91 हजार रुपए नकद सहित दो तमंचे ओर चार जिंदा कारतूस सहित एक एफजेड और एक अपाचे मोटर साइकिल बरामद की गई है। जबकि लूट की वारदात में शामिल बलिया निवासी प्रद्युम्न की तलाश जारी है।

संजय की फर्म में काम करता था पवन

बता दें कि 11 मार्च 2019 को कोतवाली थाना क्षेत्र में माधुरीदास शिवप्रसाद एम.दास फर्म के कर्मचारियों से 10 लाख 30 हजार की लूट हुई थी। इस संबन्ध में मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही थी। खुलासे के लिए अपर पुलिस अधीक्षक नगर बृजेश श्रीवास्तव, क्राइम ब्रांच, क्षेत्राधिकारी उमेश शर्मा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच एवं एसओजी टीम को लगाया गया था। पूछताछ में ओम पांडेय ने बताया कि उस घटना में फर्म का पैसा जमा करने वाले पवन यादव को मिलाया गया और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। वारदात में प्रयुक्त मोटर साइकिल का कलर बदल दिया था, जिससे वह अब तक पकड़ में नहीं आ सकी। सभी अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जा रहा है।

चारों में बटी थी लूट की रकम

पुलिस के मुताबिक लूट की 10.30 लाख की रकम में से ओम पांडेय ने चार लाख, निखिल शुक्ला को एक लाख, पवन यादव को मुखबिरी के लिए 25 हजार और बाकी रकम प्रद्युम्न को दी गई थी। पवन यादव पहले संजय अग्रवाल की फर्म में काम करता था। पवन ने ही ओम पांडेय को फर्म का पैसा ले जाने वाले कर्मचारियों की पहचान कराया था। निखिल शुक्ला का एडीए नैनी में रायल फूड रेस्टोरेंट था और जिसमें बलिया का रहने वाला प्रद्युम्न काम करता था। लूट की योजना में निखिल भी शामिल था। निखिल ने ही एफजेड बाइक की व्यवस्था कर ओम पांडेय को लूट के लिए दिया था।

इन घटनाओं को देने वाले थे अंजाम

-पकड़े गए शातिरों ने बताया कि गुरुवार को अमूल दूध का कलेक्शन ले जाने वाले पवन यादव को लूटा जाना था। वह खुद घटना में शामिल था।

-इसके अलावा मेवालाल बगिया स्थित बजाज फाइनेंस कंपनी का कलेक्शन करने वाले, सिविल लाइंस स्थित इंडसइंड बैंक में एलआईसी का कलेक्शन जमा करने वाले और कैंट स्थित राजापुर में नमस्ते इंडिया दूध का कलेक्शन करने वाले कर्मचारी की रेकी कर लूटने की योजना थी।