क्राइम ब्रांच ने अंतरराज्यीय साइबर क्रिमिनल दबोचे

दिल्ली से पकड़े 5 युवक, सभी हाईस्कूल फेल

Meerut। राजधानी में बैठककर देशभर में जालसाजी। मेरठ पुलिस ने एक ऐसे गैंग को धर दबोचा, जो क्रेडिट कार्ड पर ऑफर का लालच देकर चुटकियों में हजारों रुपए ठग लेते हैं। अब तक करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके ये आरोपी हाईस्कूल पास भी नहीं हैं, लेकिन एजुकेटेड क्लास को चूना रहे थे।

फंस रहे लोग

'आपके क्रेडिट कार्ड पर ऑफर आया है, कृपया कर वेरीफिकेशन करा लें.' कुछ इस तरह के मैसेज आमतौर पर हमारे मोबाइल फोन में आते हैं, जिन्हें हम इग्नोर कर देते हैं। कभी-कभी लालच में आकर लोग इन मैसेज पर ध्यान देते हैं और बताए हुए निर्देशों को फॉलो करने लगते हैं। बस यहीं से वे साइबर ठगों के चंगुल में फंस जाते हैं।

ऐसे खुला मामला

पुलिस लाइन में एसपी क्राइम रामअर्ज ने पूरे प्रकरण की जानकारी देते हुए मीडिया के सामने साइबर ठगों को पेश किया। मेरठ में गंगानगर थाने में दर्ज एक केस में वर्कआउट करते हुए बड़ा खुलासा क्राइम ब्रांच ने किया है, वहीं साइबर ठगों ने मीडिया को बताया कि वो किस तरह लोगों को लालच में फंसाकर शिकार बनाते थे।

80 हजार रुपए ठग लिए

एसपी क्राइम ने बताया कि मेरठ के गंगानगर थानाक्षेत्र स्थित साहिल राजहंश पुत्र गौरीकांत मिश्रा को गत दिनों क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने और ऑफर में शामिल करने के नाम पर फंसा लिया था। पीडि़त से ठगों ने क्रेडिट कार्ड की डिटेल लेकर दो बार में 80 हजार रुपए की ठगी कर ली। पुलिस कस्टडी में इस गैंग के मास्टर माइंड उत्तम नगर, दिल्ली निवासी हिमांशु ने जो घटनाक्रम बताया वो वास्तव में चौंकाने वाला था। हिंमाशु ने बताया कि हम लोग अलग-अलग कंपनियों के क्रेडिट कार्ड धारकों को उनकी कुछ डिटेल बताकर भरोसे में लेते हैं और उन्हें क्रेडिट कार्ड के वेरीफिकेशन, ऑफर और क्रेडिट लिमिट बढ़ाने के नाम पर फंसाते थे। पीडि़त को भरोसे में लेकर जैसे ही क्रेडिट कार्ड की डिटेल, पासवर्ड, अटैच्ड फोन नंबर आदि हाथ लगता वैसे ही उसके क्रेडिट कार्ड से रकम निकाल लेते। मास्टर माइंड हिमांशु अपने दोस्तों के साथ दिल्ली में कॉल सेंटर चलाता है। जिसमें ंिहमांशु ने सभी का काम बांट रखा है।

पकड़े गए आरोपी

1-हिमांशु पुत्र सुभाष चंद्र, ओम विहार फेस 1, उत्तम नगर, नई दिल्ली

(गैंग का मास्टर माइंड, कॉल सेंटर में बैठककर क्रेडिट कार्ड की डिटेल को टीम के साथ साझा करना। कलेक्शन, सेटिंग आदि पर नजर रखना.)

2-अजय सक्सेना पुत्र दया कुमार सक्सेना, ईस्ट मोती बाग, नई दिल्ली

(बैंक खातों की डिटेल और डाटा उपलब्ध कराना.)

3-अर्जुन सिंह पुत्र पूरन सिंह, ओम विहार फेस 1, उत्तम नगर, नई दिल्ली

4-विनय मिश्रा पुत्र करुणा शंकर मिश्रा, डीडीए फ्लैट, जनकपुरी, दिल्ली

5-शिवम शर्मा पुत्र प्रवीन शर्मा, ओम विहार फेस 1, उत्तम नगर, नई दिल्ली

(कॉलिंग स्टाफ की व्यवस्था कराना था। इसके अलावा ये सभी टेलीकॉलर का काम करते थे। पीडि़त के फंसने के बाद उसे प्रलोभन देकर गोपनीय जानकारियां हासिल करना इन तीनों का काम था.)

फरार आरोपी

6-सनी उर्फ कुलदीप पुत्र गुरुशरण, ओम विहार फेस 2, उत्तम नगर, नई दिल्ली

(क्रेडिट कार्ड धारकों का डाटा उपलब्ध कराता था। एक नामचीन बैंक के क्रेडिट कार्ड सेक्शन में काम करने वाला यह डेली बेसिस कर्मचारी नामचीन बैंक के अलावा अन्य बैंकों से भी क्रेडिट कार्ड धारकों का डाटा चोरी करके गैंग को उपलब्ध कराता था। सिम कार्ड का डाटा भी यही उपलब्ध कराता था.)

7-हनी उर्फ हरदीप पुत्र गुरुशरण, ओम विहार फेस 2, उत्तम नगर, नई दिल्ली

(मोबाइल, लैपटॉप और ऑफिस उपलब्ध कराता था.)

8-पवन उर्फ पोनी

ट्रांसफर हो रही रकम

प्रेसवार्ता में एसपी ग्रामीण अविनाश कुमार पाण्डेय ने बताया कि गैंग का मास्टर माइंड और सरगना हिमांशु पीडि़तों द्वारा ठगे गए रुपयों को अलग-अलग ई वॉलेट और बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता था। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे अब तक देशभर में 5 हजार से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। ठगी की रकम करोड़ों में है।

125 सिम मिले

एसपी ग्रामीण ने बताया कि यह गैंग बड़े स्तर पर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने गैंग के पास से अलग-अलग मोबाइल कंपिनयों के 125 मोबाइल सिम बरामद किए हैं। सिम का बंदोबस्त भी फरार सनी ही करता था। ज्यादातर सिम पंजाब से निकलवाए गए हैं।

पूरा लेखा-जोखा

10 कॉलिंग रजिस्टर और 1 लैपटॉप पुलिस ने बरामद किया है। इन रजिस्टर में जिस-जिस को फोन किया जा रहा है उसका नंबर, नाम-पता समेत पूरी डिटेल लिखी गई है। इसके साथ-साथ केस का स्टेट्स और फॉलोअप क्या है, यह भी रजिस्टर में दर्ज होता है। क्राइम ब्रांच को ठगों से 450 लोगों के खातों का रिकार्ड भी बरामद हुआ है।

देशभर में फैला है जाल

मेरठ पुलिस द्वारा साइबर ठगों की धरपकड़ के साथ ही देशभर से ऐसे लोग सामने आने लगे हैं जिन्हें क्रेडिट कार्ड में ऑफर देकर ठगी का शिकार बनाया गया। एक असम और एक महाराष्ट्र के पीडि़त ने मेरठ पुलिस से संपर्क किया है। वहीं एसपी क्राइम ने बताया कि आरोपियों को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ करेगी।

गैंगस्टर के तहत कार्रवाई

एसपी देहात ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। पुलिस सभी की हिस्ट्रीशीट भी खंगाल रही है। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी लालच में न आएं। साइबर क्रमिनल अपने घर या ऑफिस में बैठककर क्राइम को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है।