-कालसी वन प्रभाग में गश्त के दौरान दिखे तीन बाघ

-वन रेंजर ने बताया जंगल के लिए सुखद संकेत

VIKASHNAGAR (JNN) : कालसी वन प्रभाग के तिमली रेंज के जंगल में फ्राइडे रात में वन कर्मियों को गश्त के दौरान तीन टाइगर दिखाई दिए हैं। लंबे समय बाद जंगल में बाघ की आमद को रेंजर ने सुखद संकेत करार दिया है। तिमली जंगल से गुजर रहे दिल्ली यमुनोत्री हाइवे पर तीन बाघ करीब एक घंटे तक रहे। वन कर्मियों ने बाघों को मोबाइल के कैमरों में कैद करने की कोशिश की, लेकिन दूरी ज्यादा होने के कारण नाकाम रहे। इसी के साथ ही जंगल में टस्कर के दोबारा आने पर वन प्रभाग ने सक्रियता बढ़ा दी है। वन प्रभाग ने जंगल से सटे तिमली, आदूवाला व चीडीभेली गांवों में मुनादी कराकर जंगल में जाने से बचने को कहा है।

एक घंटे सड़क पर टहलते रहे बाघ

कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज जंगल में सांभर, हिरण, गुलदार व अन्य वन्यजीव बहुतायत में हैं, लेकिन टाइगर लंबे समय से नहीं दिख रहा था। पिछले कुछ समय तक यहां पर नौ हाथी भी रहे, लेकिन वर्तमान में टस्कर के दोबारा से आने से तिमली जंगल से सटे गांवों के गन्ना किसानों की नींद उड़ी हुई है। वहीं सुखद पहलू यह है कि फ्राइडे की रात में रेंजर तिमली महावीर रावत को गश्त के दौरान दर्रारीट कक्ष संख्या दो में मजार के पास हाइवे पर बैठे तीन बाघ दिखाई दिए। रेंजर ने बाघ को मोबाइल के कैमरे में कैद करने की कोशिश की, लेकिन दूरी ज्यादा व अंधेरे के कारण बाघ की फोटो नहीं आ पायी।

दस साल बाद दिखे जंगल में बाघ

नजदीक जाने की हिम्मत वन टीम जुटा नहीं पाई। करीब एक घंटे तक बाघ रोड पर रहे। उसके बाद तीनों बाघ जंगल में चले गए। डीएफओ रामगोपाल वर्मा व एसडीओ श्याम सुंदर वैश्य ने तिमली, आदूवाला आदि गांवों में मुनादी कराकर बाघ व हाथी के जंगल में सक्रिय होने की जानकारी दी और जंगल में लकड़ी बीनने जाने से मना कर दिया। प्रभागीय अधिकारियों ने लोगों को अन्य सावधानियां बरतने को भी कहा। रेंजर रावत के अनुसार तीन बाघ करीब दस साल बाद जंगल में दिखे हैं, यह काफी सुखद पहलू है। ग्रामीणों को भी सजग कर दिया गया है।

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डीएफओ रामगोपाल वर्मा की अपील

=ग्रामीण महिलाएं व पुरुष तिमली जंगल में सूखी लकड़ी बीनने न जाएं।

=रात में बाइक आदि दोपहिया वाहनों से रात में तिमली जंगल से न गुजरें।

=तिमली जंगल में अंदर किसी भी काम से न जाएं। हो सकता है खतरा।

=तिमली, आदूवाला आदि गांवों के ग्रामीण बरतें ज्यादा सावधानी।