- एडीजी ने की पुलिस और प्रशासन के साथ मीटिंग, बनेगी अस्थाई जेल
- अधिकारियों को निर्देश, चप्पे-चप्पे पर रखी जाएगी नजर
बरेली : सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले को लेकर फैसले की डेट करीब आ रही है। इसी दौरान 9 और 10 नवंबर को ईद मिलादुन्नबी भी है। बरेली को संवेदनशील जिलों में रखा गया है। जिसे देखते हुए यहां पुलिस और प्रशासन विशेष तैयारियों में जुटा है। कलेक्ट्रेट मीटिंग हाल में एडीजी अविनाश चंद्र और कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। डीएम नितीश कुमार और एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय से तैयारियों की जानकारी हासिल करने के बाद सभी अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
जिले में अलर्ट जारी
एडीजी ने जिले में अलर्ट जारी करते हुए अधिकारियों को कंबाइंड टीमें बनाकर सुरक्षा व्यवस्था करने के लिए कहा है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अस्थायी जेल भी बनाई जाएंगी। सूचनाओं के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा।
रडार पर सौहार्द बिगाड़ने वाले
सांप्रदायिक मामलों पर पुलिस एक्शन ले रही है। इसके लिए शासन से भी निर्देश जारी किया गया है। थानों में दर्ज इस तरीके के पांच साल से पहले तक के मामलों को देखा जा रहा है। इसमें सौहार्द बिगाड़ने वाले रडार पर हैं। इनपुट लेने के लिए पुलिस मित्र, वालिंटियर आदि की मदद ली जा रही है।
तैयार की जा रही गोपनीय सूची
अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस ने 90 स्थानों को चिह्नित किया है, जिन्हें अत्यंत, अति और संवेदनशील की श्रेणी में भी बांटा गया है। इसकी गोपनीय सूची भी जारी की गई है।
यह भी होगी व्यवस्था
- कंट्रोल रखने के लिए भीड़ में की जाएगी चेकिंग
- सुरक्षा बलों के पास होगा रस्सा, ड्रैगन लाइट और टार्च
- कई इलाकों में छतों से कराई जाएगी रात में भी वीडियोग्राफी
- पुलिस छतों पर भी रखेगी निगरानी
-लोगों से लिया जा रहा रोजाना फीडबैक
- पर्याप्त मात्रा में रबर बुलेट और टियर गैस भी होगी।
- असलहों की दुकानों पर रखी जाएगी नजर
- थाने में लगे पीएस सिस्टम की होगी जांच
- सुरक्षाकर्मियों को दी जाने वाली ड्रैगन लाइट की भी होगी जांच
जुलूस के लिए विशेष चौकसी
ईद मिलादुन्नबी में विशेष सुरक्षा रहेगी। जूलूस के समय कोई दिक्कत न आए इसके लिए एडवांस पार्टी टीम लगाई जाएगी। जुलूस के आगे, पीछे और दाएं-बाएं सुरक्षाकर्मियों को लगाया जाएगा। इनमें मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। वहीं पीस कमेटी के साथ एडीजी और कमिश्नर ने भी मीटिंग की। जिसमें कमेटी से डीजे प्रयोग न करने पर अपील की गई। इस दौरान जुलूस मार्ग की सड़कों का मुद्दा उठाया गया। साथ ही कमेटी के लोगों ने आग्रह किया कि डीएम और कमिश्नर खुद नगर की गलियों में जाकर सड़कों का हाल देखें। 24 घंटे के अंदर इन्हें दुरुस्त कराया जाएगा।
वर्जन -
पुलिस और अधिकारियों की कंबाइंड टीम बनाई जाएगी। जो लोगों से संवाद स्थापित कर शांति व्यवस्था बनाएगी। धर्गगुरू और संभ्रात लोगों में सामंजस्य बनाए रखने में सहयोग करेंगे। किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। परंपराओं को बनाए रखा जाएगा।
-नितीश कुमार, डीएम
कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की जा रही है। पुलिस, अधिकारी और कर्मचारियों की टीम बनाई जा रही है। जिले को सेक्टर और जोन में बांटा गया है.हर दिन शरारती तत्वों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। इन्हें रेड कार्ड भी जारी किए जा रहे हैं। लोगों से फीडबैक भी लिया जा रहा है। कंट्रोल रूम के साथ अस्थाई जेल भी बनाई जाएगी।
- शैलेश कुमार पांडेय, एसएसपी