- कहीं प्रयागराज तो कहीं लिखा है इलाहाबाद

-टाइम टेबल के हिसाब से नहीं चल रहीं बसें

- नए बस स्टेशन का टाइम टेबल साबित हो रहा फॉर्मेल्टी

GORAKHPUR: दो महीने से तैयार कचहरी बस स्टेशन का सीएम ने उद्घाटन तो कर दिया लेकिन पैसेंजर्स की सुविधा के लिए बना बस स्टेशन अभी भी टेंशन दे रहा है। कचहरी बस स्टेशन से प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़, गाजीपुर और मऊ समेत कई जगहों के लिए परिवहन निगम की बसें चलती हैं। इन जगहों के लिए जाने वाले पैसेंजर्स बस स्टेशन के टाइम टेबल में उलझ जा रहे हैं। यहां लगे टाइम टेबल के हिसाब से इक्का-दुक्का को छोड़कर बाकी बसें नहीं चल रही हैं जिससे पैसेंजर्स कंफ्यूज हो जा रहे हैं।

टाइम लिखा है, बस का पता नहीं

कचहरी बस स्टेशन पर बुधवार को एक पैसेंजर टाइम टेबल की वजह से घंटों परेशान हुआ। प्रयागराज जाने के लिए टाइम टेबल देखकर सुबह से बस का इंतजार कर रहा था लेकिन प्रयागराज जाने के लिए दोपहर में बस मिली। पैसेंजर ने परिवहन मंत्री को कंप्लेन करने की कोशिश की लेकिन नेटवर्क खराब होने की वजह से मोबाइल फोन से कंप्लेन सेंड नहीं हो पाई।

प्रयागराज की जगह इलाहाबाद

बस स्टेशन परिसर में तीन-चार जगह सभी बसों की टाइमिंग का बोर्ड लगा हुआ है। जिसमें एक जगह प्रयागराज तो एक जगह इलाहाबाद नाम लिखा हुआ है। इससे पता चलता है कि शासन द्वारा नाम बदलने के बाद भी अफसर इलाहाबाद का नाम भूल नहीं पाए हैं। इसलिए नए टाइम टेबल में इलाहाबाद का नाम शामिल किया है।

अभी नहीं मिल रही सारी सुविधा

बस स्टेशन की शुरूआत भले ही हो गई है लेकिन नई छत के अलावा बाकी व्यवस्था अभी भी पुरानी ही है। बस स्टेशन पर पूछताछ केंद्र पर अभी तक साउंड नहीं लग पाया है जिससे बसों की पल-पल की लोकेशन पैसेंजर्स तक नहीं पहुंच पा रही है। पीने के पानी के लिए भी कोई खास अरेंजमेंट अभी नहीं दिख रहा है। पैसेंजर्स पानी खरीद कर अपना गला तर कर रहे हैं। वहीं दो चेयर्स के भरोसे पूरा बस स्टेशन है। इससे छह से अधिक लोग बैठ भी नहीं सकते हैं।

अधिकारी सड़क का दे रहे हवाला

अधिकारियों की मानें तों टाइम टेबल से बस ना चलने का रीजन सड़कों का खराब होना भी है। इसकी वजह से बसें समय पर नहीं आ पाती हैं। जबकि सूत्रों की मानें तो राप्तीनगर वर्कशॉप से भी बसें अपने निर्धारित समय पर नहीं निकलती हैं जिससे पैसेंजर्स को परेशान होना पड़ रहा है।

कोट्स

मैं टाइम टेबल देख रहा था लेकिन इसके अनुसार कोई बस नहीं चल रही है। फिर एक कर्मचारी से बात की तो उसने सही-सही बताया तब बस मिली।

अभय कुमार, पैसेंजर

सुबह पहुंचा तो टाइम टेबल देखकर घर वालों को बस की टाइमिंग बता दी लेकिन दोपहर में आने पर पता चला कि बस तो शाम को सात बजे मिलेगी।

रविन्द्र तिवारी, पैसेंजर

वर्जन

सड़कें खराब होने की वजह से बसें समय पर नहीं आ पा रही हैं। इस वजह से टाइम टेबल से बसें नहीं चल पा रही हैं।

- मुकेश कुमार, एआरएम, राप्तीनगर डिपो