- लखनऊ ट्रैफिक पुलिस को मिले टायर किलर सुरक्षा मुख्यालय ने मांगे वापस

- सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि की सुरक्षा के लिये लगाए जाने की तैयारी

- गोरखपुर, वाराणसी और आगरा ट्रैफिक पुलिस को भी टायर किलर वापस भेजने का निर्देश

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LUCKNOW : राजधानी के वन-वे में वाहनों की इंट्री रोकने के लिये लगाए जाने वाले टायर किलर अब नहीं लग सकेंगे। लखनऊ ट्रैफिक पुलिस को मिले इन टायर किलर को यूपी पुलिस के सुरक्षा मुख्यालय ने तुरंत वापस मांगा है। बताया जा रहा है कि इन्हें अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि की सुरक्षा में लगाया जाएगा। वहीं, इन टायर किलर्स के बल पर वन-वे में वाहनों की इंट्री रोकने का मंसूबा पाले बैठी लखनऊ ट्रैफिक पुलिस एक बार फिर खाली हाथ हो गई है।

कुंभ में हुई थी खरीद

जनवरी माह में प्रयागराज में आयोजित हुए कुंभ की व्यवस्था के लिये यूपी पुलिस ने 75 मीटर टायर किलर खरीदे थे। जिन्हें प्रयागराज के उन रोड में लगाया गया था जिसमें वाहनों की एक साइड से ही इंट्री देनी थी। इस टायर किलर का यह फायदा हुआ कि इनकी वजह से इन सड़कों पर विपरीत दिशा से आपने वाले वाहनों को इंट्री से रोकने के लिये अलग से ट्रैफिक कर्मियों की तैनाती नहीं करनी पड़ी और वाहन चालकों ने टायर फटने के डर से खुद-ब-खुद इन सड़कों से दूरी बना ली थी।

चार जिलों को मिले थे

कुंभ की समाप्ति पर ट्रैफिक समस्या से जूझ रहे चार जिलों वाराणसी को 10 मीटर, लखनऊ को 17 मीटर, गोरखपुर को 10 व आगरा को 10 मीटर टायर किलर दिये गए थे। यह टायर किलर इन जिलों की ट्रैफिक पुलिस को दिये गए थे, ताकि वे सर्वाधिक बिजी वन-वे पर इन्हें लगा सकें, जिससे इन सड़कों पर प्रतिबंधित दिशा से वाहन प्रवेश न कर सकें। इस टायर किलर के लगने पर इन सड़कों पर ट्रैफिक कर्मी को तैनात करने की भी जरूरत न थी। क्योंकि, इसके भय से वाहन चालक खुद-ब-खुद इन सड़कों से दूर रहते।

तुरंत वापस भेजने का निर्देश

ट्रैफिक सूत्रों ने बताया कि एसपी सुरक्षा संकल्प शर्मा ने इन चारों जिलों के एसएसपी को पत्र भेजकर उनके जिलों की ट्रैफिक पुलिस को मिले टायर किलर्स को वापस करने को कहा है। बताया गया कि यह टायर किलर इन जिलों से वापस लेकर इन्हें अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि की सुरक्षा को और भी पुख्ता करने के लिये इसके मार्ग पर लगाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट में आगामी नवंबर में जन्मभूमि को लेकर चल रहे मुकदमे का फैसला आना है, इसी को देखते हुए यह इंतजाम किये जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, पत्र मिलने के बाद एसपी ट्रैफिक पूणेन्दु सिंह ने टायर किलर को वापस भेजने के निर्देश दिये हैं।

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क्या होता है टायर किलर?

टायर किलर स्पीड ब्रेकर की शक्ल का ऐसा उपकरण होता है जिसमें कई सारी नुकीली सरिया लगी होती हैं। इसे वन-वे घोषित की गई सड़कों पर लगाया जाता है। इस पर सीधी तरफ से आने वाले वाहन जब गुजरते हैं तो यह नुकीली सरिया नीचे दबकर ब्रेकर के भीतर चली जाती हैं। वहीं, अगर इस पर प्रतिबंधित दिशा से वाहन गुजारने की कोशिश की गई तो यही नुकीली सरिया टायर में छेद कर देंगी और टायर पंचर हो जाएगा।