- अयोध्या फैसले को लेकर सारी आशंकाओं को पब्लिक ने बताई धता

- बारावफात में भी सक्रिय दिखी फोर्स, डीएम-एसएसपी रहे चौकन्ने

VARANASI(10 Nov):

काशीवासियों ने अयोध्या फैसले को लेकर जताई जा रही तमाम आशंकाओं को धता बताते हुए शांति-व्यवस्था को कायम रखा। यही वजह रही कि शनिवार की रात बेहद सुकून से गुजरी तो रविवार को शहर में बारावफात का पर्व पूरे उल्लास के साथ मनाया गया। गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल बनारस को खुराफाती तत्वों से बचाने को प्रशासन ने रविवार को भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी। रविवार को सड़कों का नजारा देखकर यह आभास भी नही हुआ कि शनिवार को फैसले को लेकर कहीं जरा सा नहीं भी तनाव था। शहर में जगह-जगह बारावफात के जुलूस निकाले गये तो सिख समुदाय ने गुरू नानकदेव के प्रकाशोत्सव को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किए।

अफसर संभाल रहे मोर्चा

शनिवार का दिन शांतिपूर्वक बीतने के बावजूद रविवार को प्रशासन ने कोई ढिलाई न बरतते हुए मोर्चा संभाले रखा। डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी पूरे अमले के साथ शहर के चक्कर लगाते रहे। लोगों को बारावफात की शुभकामनाएं देकर भरोसा जीतने का प्रयास किया। उन्होंने शहर काजी जनाब गुलाम यासीन की बीमार होने की जानकारी मिलने पर उनके आवास जाकर उनसे मुलाकात की और हालचाल लिया। वहीं गुरु नानक जयंती के अवसर पर गुरुबाग स्थित गुरुद्वारा से निकलने वाले जुलूस के संबंध में जानकारी पर वे गुरुद्वारा पहुंचे और धर्म गुरुओं से मुलाकात की।

जलसे को किया संबोधित

उन्होंने भेलूपुर पितरकुंडा क्षेत्र से निकलने वाले बारावफात का जुलूस, जो गोदौलिया होते हुए बेनियाबाग में जाकर समाप्त हुआ, खुद गोदौलिया चौराहे पर मौजूद रह कर निगरानी रखी। डीएम ने बेनियाबाग में आयोजित जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि पैगम्बर साहब ने जो सबसे बड़ी चीज हमको सिखाई वो है तौहीद, इंसानियत और कुर्बानी। हम सबको अपना भाई समझें और किसी का दिल ना दुखाएं और दूसरों की खुशी के लिए अपनी जो सबसे प्यारी चीज है उसे कुर्बान कर दें।

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महिला रंगरूटों ने संभाली कमान

खास बात यह है कि नई सड़क आदि तमाम इलाकों में रविवार को बड़ी संख्या में महिला रंगरूटों की तैनाती की गयी थी। जिन्हें देखकर महिलाओं में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई। इसके अलावा बड़ी तादाद में सीपीएमएफ, पीएसी के जवान भी सड़कों पर मुस्तैद नजर आए।