- ईद को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों से की अपील
LUCKNOW: सोमवार को धूमधाम से ईद मनाई जाएगी, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण ईद में पहले वाली रौनक नहीं दिखाई देगी। धर्म गुरुओं ने लोगों से अपील की है कि उन्होंने जिस तरह अभी तक लॉकडाउन के नियमों का पालन किया है, ठीक उसी तरह ईद के दिन भी लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। घरों में सादगी के साथ ईद मनाएं और न किसी से हाथ मिलाएं और न गले मिलें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें।
बाजारों में सन्नाटा
राजधानी के कई बाजार खुल चुके हैं फिर भी ईद के दौरान होने वाली खरीदारी और भीड़ बाजारों में नहीं दिखाई दी। लोग केवल सेवइयां खरीदने ही बाहर निकले। लोग ईद पर कपड़ों पर खर्च किए जाने वाले पैसे को दूसरों की मदद के लिए खर्च करने की तैयारी कर रहे हैं1
बच्चों में छाई उदासी
इस बार ईद वाले दिन बच्चों के चेहरों पर दिखनी वाली रौनक भी गायब रहेगी। रिश्तेदारों और दोस्तों के घर न आने से बच्चों को ईदी भी नहीं मिल पाएगी। बच्चे कहीं घूमने भी लॉकडाउन के कारण नहीं जा सकेंगे।
सूने रहेंगे ईदगाह और मस्जिदें
ईद की सुबह ऐशबाग ईदगाह, जामा मस्जिद सहित अन्य सभी मास्जिदों में इस बार नमाज नहीं होगी। ऐसा पहली बार होगा कि मस्जिदें सूनी रहेंगी, ताकि कोरोना न फैल सके।
धर्मगुरु कोट
लोगों से अपील है कि ईद की नमाज घर पर ही पढें़। जिस तरह अभी तक लॉकडाउन के नियमों पर अमल किया है उसे ईद के दिन भी करें। लोगों को घर बुलाने या जाने से बचें। वाट्सएप या सोशल मीडिया से शुभकामनाएं दें। गले मिलने और हाथ मिलाने से बचें। दुआ करें कि कोरोना नामक वबा जल्द दूर हो।
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली
कोरोना नामक वबा चल रही है उससे सुरक्षित रहकर अपने तमाम धार्मिक आयोजनों को अंजाम देना है। गर्वनमेंट व डॉक्टर्स ने एडवाइज दी है उसको पहले की ही तरह अमल में लाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुये एक जगह भीड़ लगाने से बचें। परिवार के लोगों संग सेवइयां खाते हुये ईद मनाएं और जरूरतमंदों का भी ध्यान रखें।
मौलाना सैफ अब्बास
मस्जिद या ईदगाह में नमाज पढ़ने का मौका नहीं मिलने से मायूस न हों। हमारा रब बहुत मेहरबान है। हमें उतना ही सवाब अता फरमाएगा जितना पिछले सालों की ईद में पढ़ने पर मिलता था। लॉकडाउन में घरों पर ही नमाज पढ़ें। ईद की खुशियां घरों में मनाएं और न किसी को बुलाएं और न ही किसी के यहां जाएं। मोबाइल से दूसरों को बधाई दें और गरीबों की मदद करें।
मुफ्ती अबुल इरफान फिरंगी महल
फैमिली कोट
सभी को ईद की शुभकामनाएं, खुदा पाक से यही दुआ है कि कोरोना जल्द से जल्द दूर हो, ताकि हम पहले की तरह अपना काम कर सकें लेकिन तब तक हमें लॉकडाउन के नियमों का पालन करना चाहिए।
मो। हुजेफ सिद्दकी
ईद का दिन सबकी जिंदगी में खुशियां लाये, यही दुआ है। लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए घरों में ही सेवइयां खाकर मनाएं। गरीबों की मदद करें और दुआ करें कि यह संकट दूर हो।
इरफान खान
जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमें लॉकडाउन का पालन करना चाहिए। इसके साथ अपने आसपास जरूरतमंदों तक खाना व राशन देने का काम करें। ऊपरवाले से दुआ है कि इस वायरस से निजात दे।
मो। अदनान
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ईद के लिए ये करें
- ईद के दिन गुस्ल करना, अच्छे कपड़े पहनना, खुशबू, तेल, सूर्मा लगाना, खजूर खाना सुन्नत है।
- नमाज से पहले सदका, फित्र जरूर अदा करें।
- जो 5 हजरात मस्जिद में पहले से नमाज करते रहे हैं, वही मस्जिद में ईद की नमाज करें।
- जिस घर में 4 हजरात या इससे अधिक हों वह ईद की जमाअत घर पर ही पढ़ें।
- किसी घर में 4 हजरात से कम हों तो वे 4 रकआत नफल नमाज-ए-चाश्त अकेले-अकेले पढें.़
- ईद की नमाज के बाद खुतबा पढ़ना सुन्नत है।
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इन बातों का रखें ख्याल
- घर पर ही इस बार मनाएं ईद
- न किसी से हाथ मिलाएं, न मिलें गले
- ईद की मुबारकबाद फोन और सोशल मीडिया से दें