RANCHI: रिम्स में ओपेन हार्ट सर्जरी शुरू हो चुकी है। अब डेमो मशीन भी आ चुकी है। ऐसे में एक और मशीन के आते ही रेगुलर ओपेन हार्ट सर्जरी शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए डॉक्टरों की टीम भी तैयार है। जिससे कि दिल के मरीजों का इलाज फ्री में हो सकेगा। लेकिन सर्जन के सामने दिल के मरीजों का ऑपरेशन एक बड़ी चुनौती साबित होगी। चूंकि रेगुलर सर्जरी होने के बाद भी एक महीने में 10-12 मरीजों का ही ऑपरेशन हो पाएगा। ऐसे में अगर आपरेशन के लिए आज नंबर लगाते हैं तो चार साल बाद आपका नंबर आएगा। बताते चलें कि चेन्नई में बाढ़ के कारण डेमो मशीन नहीं पहुंच पाई थी। इस वजह से रेगुलर सर्जरी शुरू होने में देरी हो गई।

वेटिंग लिस्ट 650 पार

ओपेन हार्ट सर्जरी शुरू होने के बाद से ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं कंसल्ट के लिए भी काफी संख्या में मरीज कार्डियक ओपीडी में पहुंच रहे है। अब यह आंकड़ा 650 के पार पहुंच चुका है। हार्ट के मरीजों की वेटिंग लिस्ट काफी लंबी हो चुकी है। जिससे कि ऑपरेशन के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना होगा।

गंभीर मरीजों को प्रायोरिटी

दिल के मरीजों की लिस्ट काफी लंबी है। ऐसे में जिन मरीजों को तत्काल ऑपरेशन की जरूरत होगी उनका ऑपरेशन किया जाएगा। वहीं कम प्रायोरिटी वाले मरीजों को कुछ दिन के बाद का समय दिया जाएगा। हमारी कोशिश होगी कि जितने ज्यादा मरीजों का ऑपरेशन कर सके।

अगले माह इंस्टाल होंगी मशीनें

कार्डियक सर्जरी के लिए डेमो मशीन के साथ ही कंप्लीट मशीन के भी पा‌र्ट्स रिम्स पहुंचने लगे है। कुछ पा‌र्ट्स अब भी चेन्नई की बाढ़ में फंसे हुए है। वहीं इंजीनियर्स को भी मशीन इंस्टालेशन के लिए बुला लिया गया है। एक अधिकारी की माने तो अगले महीने मशीनों के इंस्टालेशन का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद से दिल के मरीजों की रेगुलर सर्जरी शुरू कर दी जाएगी।

वर्जन

दस दिन के अंदर हमलोग ओपेन हार्ट सर्जरी शुरू कर देंगे। फिलहाल हमनें दिल के छोटे-मोटे ऑपरेशन रेगुलर कर दिए है। अब मशीन का एक पार्ट आते ही रेगुलर सर्जरी करेंगे। इसके बाद भी मरीज इतने हो चुके है कि हफ्ते में तीन से ज्यादा ओपेन हार्ट सर्जरी नहीं कर सकेंगे।

डॉ। अंशुल, सीटीवीएस, रिम्स