घर से सोच-समझकर निकलें, आज हड़ताल है

कई विभागों में स्ट्राइक, कलेक्ट्रेट, परिवाहन से लेकर अस्पताल पर असर

LUCKNOW@ienxt.co.in

LUCKNOW: किसी सरकारी दफ्तर में यदि आपने शुक्रवार को किसी काम से जाने की योजना बनाई है तो काम होना मुश्किल ही है, क्योंकि जरूरी सेवाओं के अलावा लगभग सभी सरकारी दफ्तरों में काम ठप रहेगा। पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने, केंद्र व राज्य कर्मचारियों को एक समान भत्ते देने और श्रम कानून के संशोधन को वापस लेने सहित कई मांगों पर केंद्रीय श्रम संगठन, औद्योगिक फेडरेशन और कर्मचारी संगठन शुक्रवार को हड़ताल पर रहेंगे। राज्य कर्मचारियों के संगठनों और शाखाओं ने भी समर्थन की घोषणा की है।

प्रदेश में हड़ताल का व्यापक असर

प्रदेश में हड़ताल का असर इसलिए भी और ज्यादा हो सकता है, क्योंकि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के एसपी तिवारी गुट ने भी शुक्रवार को प्रदेशव्यापी कार्य बहिष्कार की तैयारी कर रखी है। राज्य कर्मचारियों के मुद्दों पर अलगाव रखने वाले अन्य गुट और माध्यमिक व प्राथमिक शिक्षक भी हड़ताल में शामिल रहेंगे। केंद्रीय कर्मचारी समन्वय समिति के महासचिव जेपी सिंह ने हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया है। आयकर विभाग सहित अन्य केंद्रीय कार्यालयों में पूरी तरह कार्य बहिष्कार किया जाएगा।

20 से स्ट्राइक का समर्थन

राज्य कर्मचारियों से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा की 20 सितंबर से प्रस्तावित बेमियादी हड़ताल को जवाहर भवन-इंदिरा भवन कर्मचारी संघ और उप्र लेखा एवं लेखा परीक्षा सेवा संघ ने समर्थन का ऐलान किया है। जवाहर भवन-इंदिरा भवन कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सतीश कुमार पांडेय ने बताया कि दोनों भवनों के 72 कार्यालयों में पूर्ण हड़ताल होगी।

हजरतगंज में होगा प्रदर्शन

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के हरिकिशोर तिवारी गुट ने हड़ताल में सूरी तरह शामिल होने की घोषणा करते हुए सभी संगठनों के पदाधिकारियों से शुक्रवार सुबह 11 बजे हजरतगंज चौराहे के पास इलाहाबाद बैंक के सामने एकत्र होने की अपील की है।

बैंकों में रहेगी आंशिक बंदी

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की शुक्रवार को प्रस्तावित हड़ताल के क्रम में बैंकों में भी कामकाज प्रभावित होने की संभावना है। हड़ताल में एसबीआइ समेत कुछ अन्य बैंकों के शामिल न होने से बैंकिंग कार्य पर मिलाजुला असर रहेगा।

थम जायेंगे बसों के पहिए

अगर बसों से सफर करने की सोच रहे हैं तो हो सकता है मुश्किलों का सामना करना पडे़। शुक्रवार को यूपी रोडवेज इंपलाइज यूनियन और उत्तर प्रदेश संविदा कर्मचारी संघ 'रोड ट्रांसपोर्ट सेफ्टीबिल 2016' के विरोध में हड़ताल पर रहेगा। जिसके चलते बस यातायात पर काफी असर पड़ने की आशंका है।

हड़तालियों पर लगेगा एस्मा

रोडवेज की अपर प्रबंध निदेशक अदिति सिंह ने सभी प्रधान प्रबंधकों, क्षेत्रीय प्रबंधकों व सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को आदेश जारी कर हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ एस्मा के तहत कार्रवाई करने को कहा है। निर्देश दिये गए हैं कि काम करने वाले कर्मचारियों को आतंकित व कार्य से रोकने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए वीडियोग्राफी कराई जाए। नो वर्क नो पे का सिद्धांत लागू करने के भी निर्देश दिये गए हैं। परिवहन निगम के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं।

सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद

ऑनलाइन बुकिंग वाली सभी बसों के संचालन की व्यवस्था की जा चुकी है। इनमें यात्री पहले से ही अपनी सीट बुक करा चुके हैं। स्कैनिया, वॉल्वो और वातानुकुलित बसों के संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

नर्से भी हड़ताल पर

सरकारी अस्पतालों की नर्से भी शुक्रवार को हड़ताल पर रहेंगी। इसके कारण सरकारी अस्पताला में इलाज की व्यवस्था चरमरा सकती है। नर्सेज एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार के मुताबिक केजीएमयू, लोहिया, पीजीआई, बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु, सहित सभी सरकारी अस्पतालों में हड़ताल से इलाज प्रभावित हो सकता है। उधर,

राजधानी सहित पूरे प्रदेश में गुरुवार को प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर में एक्सरे, एमआरआई व सीटी जैसी रेडियोलॉजी की जांचें कराने गए मरीजों को निराश होना पड़ा।