नई दिल्ली (एएनआई)। COVID-19 मामलों में वृद्धि के कारण जापान द्वारा भारत, पाकिस्तान और नेपाल के लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने के साथ, यह सवाल उठाया गया है कि क्या भारतीय एथलीटों को भी टोक्यो ओलंपिक के लिए देश में प्रवेश करने में समस्या का सामना करना पड़ेगा। लेकिन आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने स्पष्ट कर दिया था कि सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा और खेलों के लिए देश में भारतीय एथलीटों के प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।

किसी भी देश के एथलीट को नहीं रोक सकते
बत्रा ने कहा था कि वह जापान में नए प्रतिबंध के बाद एथलीटों के बीच बढ़ते संदेह से अवगत हैं। लेकिन जहां तक ​​​​भारत के ओलंपिक दल का संबंध है, चिंता की कोई बात नहीं है। बत्रा ने एएनआई को बताया, "हमें यह समझना होगा कि ओलंपिक भारत, पाकिस्तान या नेपाल से देश में प्रवेश करने वाले नियमित लोगों से अलग है। ओलंपिक को मेजबानों और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति से गारंटी है कि आप किसी भी देश के किसी भी एथलीट को आने और भाग लेने से नहीं रोक सकते। सभी दस्ते में मान्यता प्राप्त एथलीट और अधिकारी - कुल मिलाकर लगभग 210 लोग हैं।'

प्रोटोकाॅल का करना होगा पालन
आईओए अध्यक्ष ने आगे बताया, "हां, हम उन सभी प्रोटोकॉल का भी पालन करेंगे जो लागू किए गए हैं। एथलीटों और पैरा एथलीटों को टीका लगाया गया है। और लगभग 90 अधिकारियों को भी टीका लगाया गया है, जिनमें से कुछ को दूसरा शॉट भी मिला है। हम यहां से रवाना होने से 24 घंटे पहले हम आरटीपीसीआर टेस्ट भी करेंगे। इसलिए, मेरे विचार में, उनके लिए हमें रोकने का कोई कारण नहीं है क्योंकि हम किसी नियम का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं। हर एक एथलीट और अधिकारी जिसे मान्यता दी गई है, वह वहाँ पहुंच सकता है।'

एथलीटों का वैक्सीनेशन शुरु
आगामी ओलंपिक और पैरालिंपिक से पहले, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने सूचित किया है कि 19 एथलीटों को कोविड -19 वैक्सीन की दोनों डोज मिल चुकी हैं और बाकियों का भी समय से पहले वैक्सीनेशन हो जाएगा। बता दें अब तक 131 एथलीटों और 13 पैरा एथलीटों को कोविड -19 वैक्सीन की पहली डोज मिली है, जबकि 17 एथलीटों और 2 पैरा एथलीटों को 20 मई तक कोविड -19 वैक्सीन की दोनों खुराक मिल चुकी हैं। कोचिंग स्टाफ के 23 सदस्यों को दोनों डोज मिली हैं, वहीं 87 सदस्यों ने वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है।