टोक्यो (पीटीआई)। भारतीय महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) ने मंगलवार को यहां अंतिम-16 चरण के मुकाबले में जर्मनी की अनुभवी नादिन आपेट्ज को हराकर अपने पहले ओलंपिक मुकाबले में क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। भारतीय मुक्केबाज बोरगोहेन ने अपने प्रतिद्वंद्वी पर 3-2 से जीत दर्ज की, जो उससे 12 साल सीनियर है। दोनों मुक्केबाज अपने खेलों में डेब्यू कर रहे थे और भारतीय लवलीना अपनी नौ-मजबूत टीम से क्वार्टर फाइनल चरण में जगह बनाने वाली पहली खिलाड़ी बनीं।

12 साल सीनियर को दी मात
23 वर्षीय ने सबसे कम अंतर से जीत के लिए तनावपूर्ण प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने स्प्लिट पॉइंट्स पर तीनों राउंड का दावा किया। 35 वर्षीय आपेट्ज ओलंपिक में मुक्केबाजी स्पर्धा के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली जर्मन महिला थीं और दो बार की विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता और पूर्व यूरोपीय चैंपियन भी थीं। मगर लवलीना के आगे वह हार गईं। बोरगोहेन दो बार की विश्व और एशियाई चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता हैं।

30 जुलाई को होगा क्वाॅर्टरफाइनल
असम की यह युवा खिलाड़ी वेटिंग गेम खेलने के लिए रणनीति बदलने से पहले शुरुआती दौर में आक्रामक थी। उन्होंने जर्मनी की बाॅक्सर पर बढ़त बनाए रखी। वह इस जीत के साथ क्वाॅर्टर फाइनल में पहुंच गई। अब एक जीत उन्हें सेमीफाइनल में पहुंचा देंगी। वहां हारकर भी उन्हें ब्रांज मेडल मिल सकता है। यानी एक जीत लवलीना को मेडल तक पहुंचा देगी। लवलीना अब 30 जुलाई को चौथी वरीयता प्राप्त चाइनीज ताइपे की चेन से क्वाॅर्टर फाइनल में भिड़ेंगी।