कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। लवलीना बोरगोहेन बुधवार को महिला वेल्टरवेट डिवीजन में खेले गए सेमीफाइनल मैच में हार गईं। विश्व चैंपियन और शीर्ष वरीयता प्राप्त बुसेनाज सुरमेनेली से सेमीफाइनल में हारने के बाद लवलीना ने ब्रांज मेडल के साथ अपने टोक्यो ओलंपिक अभियान का समापन किया। विजेंदर सिंह (पुरुष मिडिलवेट कांस्य, बीजिंग 2008) और एमसी मैरी कॉम (महिला फ्लाईवेट कांस्य, लंदन 2012) के बाद लवलीना ओलंपिक पदक जीतने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बन गईं।

लवलीना को मिलेगा ब्रांज मेडल
पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में भी कांस्य पदक जीतने के बाद इस ओलंपिक में भारत का यह दूसरा कांस्य पदक है। इस ओलंपिक में भारत का एकमात्र अन्य पदक भारोत्तोलक मीराबाई चानू के 49 किग्रा वर्ग में रजत के रूप में आया। लवलीना, वर्तमान में विश्व नंबर 3 हैं, उन्होंने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में विश्व नंबर 2 चीनी ताइपे की चेन निएन-चिन को 4-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। तुर्की की सुरमेनेली ने इस ओलंपिक में अपने पिछले दोनों मैच सर्वसम्मत निर्णय से जीते थे और उन्होंने यह मैच भी इसी अंदाज में जीता था।