टोक्यो (पीटीआई)। भारत के स्टार जेवलिन खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने 86.65 मीटर के शानदार थ्रो के साथ फाइनल में सीधे क्वालीफाई करके ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं में ओलंपिक पदक जीतने की भारत की उम्मीदों को जिंदा रखा। वह ग्रुप में शीर्ष पर पहुंच गए हैं। अपने पहले ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करते हुए, 23 वर्षीय चोपड़ा ने शनिवार को होने वाले अंतिम दौर में पहुंचने में कुछ ही सेकंड का समय लिया, क्योंकि उन्होंने अपने पहले प्रयास में 83.50 मीटर के क्वालीफाइंग अंक को अच्छी तरह से पार कर लिया।

ग्रुप में टाॅप पर हैं नीरज
चोपड़ा का प्रदर्शन शनिवार को ओलंपिक में किसी भारतीय के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक हो सकता है क्योंकि वह गोल्ड मेडल के दावेदार और 2017 के विश्व चैंपियन जर्मनी के जोहान्स वेटर से भी आगे रहे। वेटर, जिन्होंने पहले कहा था कि चोपड़ा को ओलंपिक में उन्हें हराना मुश्किल होगा, वह बुधवार को फाइनल में पहुंचने के लिए संघर्ष करते दिखे। नीरज ने जहां पहले ही प्रयास में क्वाॅलीफाई कर लिया वहीं वेटर को तीन प्रयास करने पड़े।

किसान के बेटे ने रचा इतिहास
हरियाणा में पानीपत के पास खंडरा गांव के रहने वाले नीरज के पिता एक किसान हैं। उन्होंने अपनी शरीर को फिट रखने के लिए एथलेटिक्स को चुना। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) के अध्यक्ष एडिले सुमारिवाला और चोपड़ा के बायो मैकेनिक्स एक्सपर्ट, क्लॉस बार्टोनिट्ज़ सहित भारतीय एथलेटिक्स दल नीरज के प्रदर्शन से बेहद खुश दिखा। यह चोपड़ा का सातवां सर्वश्रेष्ठ थ्रो और सीजन 2021 का तीसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो था। पहले छह सर्वश्रेष्ठ थ्रो 88.07 मीटर (मार्च 2021; भारतीय जीपी-3), 88.06 मीटर (2018, एशियाई खेल), 87.87 मीटर (जनवरी 2020; एसीएनडब्ल्यू मीटिंग) दक्षिण अफ्रीका), 87.80 मीटर (मार्च 2021; फेडरेशन कप), 87.43 मीटर (मई 2018, दोहा डायमंड लीग) और 86.79 (जून 2021; फिनलैंड में कुओर्टेन गेम्स) हैं।