टोक्यो (पीटीआई)। भारत के स्टार मुक्केबाज अमित पंघाल (52 किग्रा) रियो खेलों के रजत पदक विजेता युबरजेन मार्टिनेज से 1-4 से हारकर ओलंपिक से बाहर हो गए हैं। यह मुकाबला शनिवार को खेला गया। विश्व के नंबर एक भारतीय मुक्केबाज जो ओलंपिक में डेब्यू कर रहे थे और शीर्ष वरीयता प्राप्त थे। उनको शुरुआती दौर में बाई मिली थी। भारत के सबसे मजबूत पदक दावेदारों में से एक, पंघाल को शुरुआती दौर में ही कोलंबियाई द्वारा दबाव में रखा गया था।

पंघाल का रिकाॅर्ड रहा है काफी शानदार
इस हार के बावजूद, 25 वर्षीय पंघाल हाल के दिनों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले भारतीय मुक्केबाजों में से एक बने हुए हैं। उन्होंने 2018 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किया है, इसके बाद 2019 में विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किया था। भारतीय सेना में कार्यरत अमित तीन बार के एशियाई पदक विजेता भी है, जब भी वह इवेंट में आए हैं उन्हें हर बार मेडल मिला है। यह वास्तव में पहला बड़ा झटका है जिसे 2017 की सफलता के बाद से युवा खिलाड़ी ने झेला है।

पहली बार झेली इतनी बड़ी हार
मार्टिनेज ने 2016 रियो ओलंपिक में लाइट फ्लाईवेट रजत पदक जीता था और टोक्यो खेलों के बाद पेशेवर बन गए थे। अमित को हराने वाले मार्टिनेज ने बाउट के बाद कहा, "यह मेरे लिए स्वर्ण पदक जीतने के लक्ष्य में एक बड़ा कदम है। वह शीर्ष वरीयता प्राप्त और एक महान प्रतियोगी, एक शानदार लड़ाकू था, लेकिन मैं इस लड़ाई के लिए बहुत अच्छी तरह से तैयार था।" उन्होंने कहा, "मैं अभी क्वार्टर फाइनल में हूं लेकिन मुझे पता है कि अगर मुझे स्वर्ण पदक चाहिए तो मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। मैं यहां इसलिए आया हूं।"

लवलीना ने जिंदा रखी उम्मीदें
शुक्रवार को लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद चल रहे खेलों में पदक हासिल करने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बन गईं। उसने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे की पूर्व विश्व चैंपियन निएन-चिन चेन को हराया।