लगातार बढ़ रहे विरोध के बाद डीएम ने हटाए 3 टोल बैरियर

देर शाम कारोबारी नेताओं ने टोल बैरियर पर जाकर की तोड़फोड़

Meerut। कैंट बोर्ड के टोल बैरियर के विरोध में मेरठवासियों के आक्रोश को देखते हुए डीएम अनिल ढींगरा ने 3 टोल बैरियर को हटाने के आदेश दिए। दिनभर चले नाटकीय घटनाक्रम के बीच देर रात कुछ कारोबारी नेताओं ने टोल बैरियर पर हंगामा और तोड़फोड़ की। ट्रांसपोर्ट कारोबारियों का कहना है कि अगर वसूली बंद नहीं हुई तो वे लोग ट्रकों के साथ टोल पर धरना देंगे।

कैंट बोर्ड को दिए आदेश

गौरतलब है कि गत दिनों कैंट बोर्ड ने मेरठ में टोल बैरियर को बढ़ाकर 11 कर दिया था, जबकि पूर्व में 6 टोल बैरियर का संचालन हो रहा था। जैसे ही कैंट बोर्ड ने 5 अन्य टोल बैरियर से टोल टैक्स वसूलना शुरू किया, शहर में हंगामा मच गया। कैंट बोर्ड की अपनी दलील थी तो लोगों का कहना था कि यह गैरबाजिव है। पब्लिक के विरोध को देखते हुए डीएम अनिल ढींगरा पीडब्ल्यूडी को सड़क पर मालिकाना हक की तफ्तीश के निर्देश दिए। वहीं बढ़ते विरोध को देखते हुए डीएम ने मंगलवार को कैंट बोर्ड को दिल्ली रोड, मवाना रोड और रुड़की रोड तीन स्थानों पर टोल बैरियर को हटाने के आदेश दिए।

कारोबारियों का हंगामा

वहीं दूसरी ओर ट्रकों से टोल टैक्स वसूली के विरोध में मंगलवार देर रात ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने टोल बैरियर पर धावा बोल दिया। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव शर्मा के नेतृत्व में पहुंचे ट्रांसपोर्ट कारोबारियों ने टोल बैरियर को हटा दिया। टोल वसूली कर रहे ठेकेदार और तैनात कर्मचारियों की ट्रांसपोर्ट कारोबारियों से जमकर नोंकझोंक हुई। जानकारी पर सदर थाना पुलिस एसओ विजय गुप्ता के साथ पहुंची। पुलिस ने समझाबुझाकर कारोबारियों को शांत किया। वहीं देर रात तक टोल बैरियर पर कैंट बोर्ड की ओर से वसूली जारी थी। जिसका आने-जाने वाले लोग विरोध करते रहे।

संसद में गूंजा टोल वसूली का प्रकरण

मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने मंगलवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान छावनी परिषदों में रह रहे नागरिकों की समस्याओं को उठाया। हाल में मेरठ कैंट बोर्ड द्वारा 6 टोल टैक्स नाकों कके बढ़ाकर 11 कर देने पर उन्होंने अपनी नाराजगी भी संसद में बयां की। जिसके बाद उन्होंने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और जैन नगर तिराहे को बागपत रोड से जोड़ने वाली सड़क के लिए आर्मी की जमीन की मांग की।

विरोधाभासी है छावनी अधिनियम

संसद में बोलते हुए सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि संसद द्वारा पारित छावनी अधिनियम 2006 के पूरी तरह से विरोधाभासी है। छावनी परिषद के अधिकारी छावनी क्षेत्र में मनमाने ढंग से टोल वसूलने की व्यवस्था लागू कर देते हैं, जिससे सामान्य नागरिकों का उत्पीड़न होता है। मेरठ में 11 स्थानों परटोल टैक्स के जो नाके लगा दिए गए हैं इससे पूरे शहर में नाराजगी है। इसके अलावा उन्होंने कैंट एरिया में ओल्ड ग्रांट या लीज की शर्तो पर संपत्तियों की खरीद-फरोख्त और म्यूटेशन में आ रही समस्याओं पर संसद का ध्यान आकर्षित किया। छावनी क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण का कारण भी सांसद ने कैंट बोर्ड की गलत नीतियों को बताया।

रक्षा मंत्री से मिले

संसद की कार्यवाही के बाद सांसद ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। उन्होंने छावनी परिषद के अधिकारियों द्वारा छावनी क्षेत्र में मनमाने ढंग से टोल वसूलने पर शिकायत दर्ज कराई। वहीं उन्होंने मेरठ के जैन नगर तिराहे से बागपत रोड को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग के निर्माण के लिए आर्मी लैंड की मांग की। बता दें कि 20 मीटर चौड़ाई वाली रक्षा भूमि में से 12 मीटर चौड़ी भूमि एमडीए को उपलब्ध करा देने से इस सड़क का निर्माण हो जाएगा। उन्होंने रक्षा मंत्री को इस सड़क की उपयोगिता भी बताई।

एंट्री फीस पर फैसला 12 को

कैंट बोर्ड के 11 बैरियर शहर में विवाद का कारण बनते जा रहे हैं। इस विवाद के चलते शहर में लगातार जाम के कारण वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। इस समस्या से निजात के लिए सोमवार को कैंट विधायक ने कैंट सीईओ और डीएम से मुलाकात कर दोबारा विचार की मांग की थी। कैंट विधायक की इस मांग पर कैंट बोर्ड ने 12 दिसंबर को विशेष बोर्ड बैठक बुलाई है। इस बोर्ड बैठक में सदस्यों के बीच एंट्री टैक्स पाइंट पर विचार होगा। हालांकि तब तक के लिए सभी कलेक्शन पाइंट चालू रहेंगे। इस संबंध में कैंट बोर्ड के राजस्व अधीक्षक जय पाल तोमर ने बताया कि बोर्ड बैठक में इस संबंध में निर्णय होगा तब तक व्यवस्था जारी रहेगी।

भाजपाइयों ने घेरा डीएम आवास

कैंट बोर्ड द्वारा मेरठ में 11 स्थानों पर टोल टैक्स वसूलने के विरोध में मंगलवार भाजपा नेताओं ने बड़ी संख्या में जनता के साथ डीएम आवास का घेराव कर लिया। विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, भाजपा महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल के साथ सैकड़ों की संख्या में भाजपा नेता और क्षेत्रीय जनता मंगलवार को डीएम रेजीडेंस पर पहुंच गई। विधायक ने कैंट बोर्ड द्वारा 5 अन्य स्थानों पर बढ़ाए गए टोल बैरियर को अवैध करार देते हुए इन्हें हटाने की मांग की। डीएम रेजीडेंस पर एसएसपी अजय कुमार साहनी भी मौजूद थे। भाजपा नेताओं दोनों अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा। हाथ में झंडा लेकर भाजपा नेता कैंट बोर्ड के खिलाफ इस दौरान नारेबाजी करते नजर आए। इससे पहले भाजपा नेता कलक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पहुंचे जहां डीएम से मुलाकात न होने विधायक समेत क्षेत्रीय जनता ने रेजीडेंस की ओर कूच किया।