जुनून
बेशक गब्बर एक विलेन एक डाकू था लेकिन अपने काम और उसके लक्ष्य को लेकर उसमें एक जिद्द एक जुनून था। अगर ये जुनून आपके भीतर अपने काम के लिए आ जाये तो आपको आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। वो चाहता था कि लोग उसके नाम से डरें तो उसने इतना आतंक फैलाया कि पचास पचास कोस दूर बच्चा रोता था तो मां उसे डराती थी कि बेटा सो जा नहीं तो गब्बर आ जायेगा।  

तैयारी
अगर आपको अपनी जिंदगी में कामयाबी की जिद्द है तो आपको तैयारी भी वैसी ही करनी होगी। जैसा कि अमजद खान ने किया जब उन्हें गब्बर का रोल ऑफर हुआ तो फिल्म के लेखक को उनकी आवाज इस रोल के लायक दमदार नहीं लगती थी, लेकिन अमजद ने ऐसी तैयारी की कि अपनी आवाज को अपने अंदाज से कंप्लशेट कर दिया। इसके लिए उन्होंने चंबल के डाकुओं में काफी रिसर्च कर डाली।

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साख
अपने आपको किसी काम के बेस्ट च्वाइस बनाने के लिए आपको अपनी रेप्युटेशन या साख बनानी होगी। वैसे ही जैसे गब्बर ने बनाई थी कि उसके खौफ से सरकार ने उसे पकड़वाने वाले को पचास लाख का ईनाम देने की घोषणा कर दी। इसीलिए गब्बर के नाम से बनी अक्षय कुमार की फिल्म में वो कहता है कि गब्बर एक कामयाब पालिटीशियन से बड़ा ब्रांड है।

नेतृत्व क्षमता
मौत का खौफ भी गब्बर के आदमियों को उससे अलग नहीं होने देता तो ये कमाल था उसकी लीडरशिप की योग्यता का। कामयाबी के लिए आपमें भी ये क्वालिटी होनी चाहिए।

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दृश्यता
यानि आपकी मौजूदगी बाजार में दिखनी चाहिए ये बात गब्बर बहुत साफ तरीके से सिखाता है। वो लगातार अपने डाकुओं को रामगढ़ भेजता रहता है ताकि बाजार में उसकी मौजूदगी पता चलती रहे और उसकी टारगेट आडियेंस उसके लक्ष्य को पूरा करने में मदद करे। इससे वो अपने कंप्टीशन का भी अंदाजा लगाता रहता था। यही वजह कि जब उसके आदमी बिना वसूली यानि बिजनेस के बिना वापस आ जाते हैं तो उनसे पूछता है कितने आदमी थे।  

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संचार क्षमता
गब्बर की संचार क्षमता भी कमाल की थी। वो लगातार अपनी टीम से बात करता था। उसकी आवाज के उतार चढ़ाव, उसकी बॉडी लेंग्वेज, उसका आई कांटेक्ट और डायलाग डिलीवरी सबकुछ बेहद प्रभावशाली था।

टीम बनाने की क्षमता
सच तो ये है कि अकेला गब्बर कुछ नहीं कर सकता था पर वो एक अच्छा टीम निर्माता था। उसने अपने जैसी सोच वालों का दल बनाया थाऔर खुद उनका नेता बन गया। इस तरह नेटवर्क, क्रेडिबिलटी और पॉवर हासिल कर ली।

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रिमेंबरेंस
गब्बर सिखाता है कि अपनी टारगेट आडियेंस के दिमाग से आप निकले नहीं। वो आपको हमेशा याद रखे और इसके लिए आपको अपने होने का सबूत देते रहना चाहिए। जैसे उसने गांव के एक अंधे और बूढ़े आदमी के बेटे को मारकर किया कि लोग उसके असर से ना निकलें।

समर्थन
आपको हमेशा समर्थन हासिल करना चाहिए। अपने आपको को लोगों के बीच रखें ताकि वो आपको पसंद करें और आपको सर्मथन मिलता रहे। जैसे गब्बर पहला विलेन था जिसे निभाने वाले गब्बर ने एक बिसकुट का उसी गेटअप में विज्ञापन किया और लोगों का अप्रिसिएशन पाते रहे।

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अवसरवादी
भले ही ये एक नकारात्मक शब्द लगता हो पर करियर में कामयाब होने के लिए आपको अवसर का फायदा उठाना और अवसरवादी होना सीखना होगा। आपको याद है गब्बर पूछता है होली कब है कब है होली। ऐसा इसलिए ताकि वो होली के अवसर का फायदा उठा कर वो कामयाबी हासिल कर सके।

 

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