व्यापारियों को मिली बड़ी राहत, नहीं लगेगी पेनॉल्टी, जीएसटीआर-थ्रीबी में सुधार का मौका भी

जीएसटीआर-1 और टू भरते समय त्रुटि में कर सकेंगे सुधार

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की पहल पर कैट ने उठाई थी आवाज

ALLAHABAD: जीएसटी काउंसिल और गवर्नमेंट ने व्यापारियों की मांग को देखते हुए पेनाल्टी फीस में राहत और जीएसटीआर थ्री-बी में हुई गलतियों में सुधार का मौका दिया है।

दो हजार व्यापारी नहीं भरे हैं रिटर्न

जीएसटी लागू होने के बाद सरकार ने जुलाई का रिटर्न दाखिल करने के लिए व्यापारियों को राहत दी है। लेकिन साथ ही जीएसटीआर-3 बी भरना कंपलसरी भी किया है। इसकी लास्ट डेट 25 अगस्त निर्धारित थी। पांच दिन के लिए समय बढ़ने के बाद भी इलाहाबाद के करीब दो हजार से अधिक व्यापारी रिटर्न जमा नहीं कर सके हैं। इन्हें इंट्रेस्ट के साथ 200 रुपये पर डे के हिसाब से पेनाल्टी के साथ रिटर्न जमा करना है।

त्रुटि सुधार न होना बड़ी समस्या

25 अगस्त तक जीएसटीआर-3 बी भरने के आदेश का पालन करते हुए जिन व्यापारियों ने रिटर्न भरा, उनमें कईयों ने काफी गलतियां की। उन्हें सुधार का कोई आप्शन नहीं मिल रहा था। गुरुवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की डिबेट में व्यापारियों ने इसे बड़ी समस्या कहा था। अब उन्हें सुधार का मौका मिलेगा। वे जीएसटीआर-1 और जीएसटीआर-2 फाइल करते समय सुधार कर सकते हैं।

निर्धारित समय के बाद जीएसटीआर-3 बी भरने वालों पर सरकार ने इंट्रेस्ट के साथ ही पेनाल्टी लगाई थी, जिससे अब व्यापारियों को राहत मिल गई है। अब जीएसटीआर-1 और टू भरते समय व्यापारी रिटर्न में हुई त्रुटि में सुधार कर सकेंगे।

राम प्रसाद

एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2

18 परसेंट इंट्रेस्ट के साथ पेनाल्टी व्यापारियों पर भारी पड़ रही थी। अब राहत मिल गई है। व्यापारी जीएसटी का नहीं, बल्कि उसकी विसंगतियों का विरोध कर रहे हैं।

मनोज अग्रवाल

व्यापारी

कैट लगातार व्यापारियों की समस्याएं उठाता है। उसमें सुधार भी कराता है। इस बार भी वही किया है। जीएसटीआर-3बी समस्या बनी थी। समस्याओं को सरकार तक पहुंचाया गया और उसमें सुधार कराया गया।

महेंद्र गोयल

प्रदेश अध्यक्ष, कैट

62

लाख व्यापारियों को जुलाई में जीएसटी आर-3बी रिटर्न फाईल करना था

40

लाख व्यापारियों ने 29 अगस्त तक रिटर्न फाइल किया था

22

लाख व्यापारियों पर पेनाल्टी लगी थी, जो अब नहीं देनी पड़ेगी

02

से अधिक इलाहाबाद के व्यापारियों को इससे होगा सीधा फायदा

35

हजार हैं इलाहाबाद में पंजीकृत व्यापारियों की कुल संख्या