- क्राइम के साथ ट्रैफिक की प्रॉब्लम पर है जोर

- अफसरों के साथ एसएसपी ने किया है मंथन

GORAKHPUR:

सिटी की ट्रैफिक को सुधारने की दोबारा कवायद हो रही है। सिटी में स्मूथ ट्रैफिक बनाना पुलिस की पहली जिम्मेदारी बन गई है। इसके लिए एसएसपी ने शरुआत की है। करीब 80 लाख रुपए खर्च करके चौराहों को सुंदर बनाया जाएगा। जिन चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल नहीं है, वहां पर नई लाइट्स लगाई जाएगी।

मंथन के बाद मांगा 80 लाख का बजट

ट्रैफिक सुधारने के लिए 80 लाख रुपए का प्रपोजल भेजा जा चुका है। इसमें उन चौराहों को ट्रैफिक के लिहाज से सुंदर बनाने की कवायद की गई हैं जहां पर ट्रैफिक सिग्नल नहीं है। नये चेकिंग स्पॉट बनाने के लिए भी प्रपोजल है। रात में ट्रैफिक पुलिस को काम करने में कोई दिक्कत न हो। इसके लिए आधुनिक लाइट्स और रिफलेटिव जैकेट्स खरीदे जाएंगे। ट्रैफिक ड्यूटी में मौजूद सभी कांस्टेबल को हेलमेट दिया जाएगा। एलईडी टार्च भी दिया जाएगा।

हाइवे-कट्स पर लगेंगे सचेतक, हर थाने को दो बैरियर

क्राइम करके बदमाशों के भागने वाले रास्तों को पुलिस ट्रेस कर रही है। उन रास्तों पर इमरजेंसी चेकिंग के लिए बैरियर रखे जाएंगे। सभी थानों को दो-दो फोल्डिंग बैरियर रखे जाएंगे। एक्सीडेंट के बाद सड़क को साफ करने के लिए नई क्रेन, डिवाइडर के लिए कोन, स्प्रिंग पोस्ट, हाइवे परएक्सीडेंट वाली जगहों पर रिफलेक्टर वाले सचेतक लगाए जाएंगे।

सॉफ्टवेयर से लैस होगा पुलिस कंट्रोल रूम

इमरजेंसी में क्00 नंबर कॉल न उठने की प्रॉब्लम को पूरी तरह से सॉल्व करने की योजना चल रही है। कंट्रोल रूम को नये सॉफ्टवेयर से लैस किया जाएगा। ताकि सभी फोन कॉल्स को अडेंट किया जा सके। अलग से लाइन भी बढ़ाने की कवायद हो रही है।

सिटी को ट्रैफिक की प्रॉब्लम से निजात दिलाने के लिए एसएसपी मंथन कर रहे हैं। जरूरत को देखते हुए 80 लाख का प्रोजेक्ट भेजा गया है। इससे नये संसाधन जुटाए जाएंगे।

हरिश चंद्र, एसपीआरए