-सुबह से शाम तक जाम के जकड़न में रहा शहर, अभ्यर्थियों सहित पब्लिक रही जाम से परेशान

-डिस्ट्रिक्ट के 150 केंद्रों पर दो शिफ्ट में हुई परीक्षा

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद की केंद्रीय शिक्षक पात्रता (सीटेट) की परीक्षा ने रविवार को शहर की यातायात व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। सुबह से शाम तक सेंटर के आसपास से लेकर अन्य प्रमुख मार्गो पर देर तक जाम जैसी स्थिति बनी रही। ट्रैफिक पुलिस जाम छुड़ाने का प्रयास करती रही पर वो नाकाफी रहा। सीटेट की परीक्षा करीब सवा लाख अभ्यर्थी आए साथ में उनके परिजनों की गैदरिंग ने ट्रैफिक डिपार्टमेंट की पूरी रणनीति पर पानी फेर दिया। हाल यह हुआ कि बारिश और जाम ने पब्लिक को रूला मारा। डिस्ट्रिक्ट के 150 सेंटर्स पर सीटेट की परीक्षा हुई।

जाम ने छुड़ाया एग्जाम

मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र से आने वाले तमाम अभ्यर्थियों की परीक्षा छूट गई। सुबह वाले शिफ्ट में तो समय से पहुंच गए। लेकिन दोपहर बाद वाले सेकेंड शिफ्ट में अधिकतर अभ्यर्थी जाम में फंसे रहे और समय से एग्जाम सेंटर पर नहीं पाये। जबकि डेढ़ घंटे पहले सेंटर पर अभ्यर्थियों को पहुंचने का निर्देश था। सेंटर पर पहुंचकर काफी मिन्नतें भी की लेकिन केंद्राध्यक्षों ने नियमों का हवाला देते हुए अनुमति नहीं दी। मन मसोस कर अभ्यर्थियों ने जाम पर अपना पूरा गुस्सा निकाला। अंधरापुल, नदेसर, कैंट, सिगरा, मलदहिया, लहुराबीर, चेतगंज, मैदागिन, लंका आदि एरिया में जाम से पब्लिक हलकान रहे।

दो शिफ्ट में हुई परीक्षा

इस साल जनपद में रिकार्ड 1.60 अभ्यर्थी सीटेट की परीक्षा में रजिस्टर्ड थे। बीएचयू, काशी विद्यापीठ सहित अन्य विद्यालयों में 150 परीक्षा केंद्र बनाए गए। ज्यादातर सीबीएसई के विद्यालयों में सीटेट की परीक्षाएं आयोजित की गई। फ‌र्स्ट शिफ्ट की परीक्षा सुबह 9.30 से 12.30 बजे तक व सेकेंड शिफ्ट की परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम 4.30 बजे तक रही। दोनों पेपर में 150-150 अंक के सवाल पूछे गए।