-पिछले आठ महीने में यूपी के अन्य जिलों की तुलना में बरेली में सबसे ज्यादा काटे गए चालान
-अवेयरनेस की कमी के चलते लोग नहीं कर रहे रूल्स फॉलो, हादसों के बाद भी नहीं ले रहे सबक
बरेली: यूपी में 75 डिस्ट्रिक्ट है, जहां टै्रफिक रूल्स फॉलो न करने वालों के चालन काटे जा रहे हैं और फाइन वसूला जा रहा है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट के आंकड़ों के मुताबिक बरेली ने रूल्स फॉलो न करने में सभी 74 डिस्ट्रिक्ट को पछाड़ दिया। हैरत की बात ट्रैफिक रूल्स फॉलो न करने पर पूरे यूपी में सबसे ज्यादा चालान बरेलियंस के ही हुए हैं। वहीं फाइन भरने में भी बरेलियंस किसी से कम नहीं है, लेकिन इसके बावजूद वे सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
सख्ती पर भी नहीं सुधरे
1 सितंबर को न्यू व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद भी बरेलियंस सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। जुलाई में जहां सबसे ज्यादा 24 हजार चालाए हुए तो वहीं अगस्त में 7 हजार चालाए हुए। पुलिस का मानना है कि अवेयरनेस के चलते लोग रूल्स फॉलो नहीं कर रहे हैं।
हादसों पर भी मानें
शहर में कई हादसे ट्रैफिक रूल्स फॉलो न करने से हुए हैं, जिसमें कई लोगों ने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी तो वहीं कई लोगों ने हेल्मेट नहीं लगाया था जिससे उनकी जान चली गई। वहीं रॉन्ग साइड भी हादसे की बड़ी वजह है, लेकिन इसके बाद भी बरेलियंस सुधरने को तैयार नहीं है।
खूब भरा फाइन
जुलाई से लगातार चल रहे अभियान में बरेलियंस के सबसे ज्यादा चालान हुए हैं वहीं दूसरी ओर उन्होंने सबसे ज्यादा फाइन भी भरा है। लेकिन अभी भी लोग रूल्स तोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं।
इतने हुए चालान
मंथ डिस्ट्रिक्ट सिटी
जनवरी 7672 4603
फरवरी 5566 3339
मार्च 6666 3999
अप्रैल 4442 2665
मई 7307 4384
जून 25,393 15,234
जुलाई 40,543 24,325
अगस्त 12,433 7459
टोटल 1,10,022 66,008
सबसे ज्यादा यहां हुए चालान
बरेली 66,008
वाराणसी 57,209
गौतमबुद्ध नगर 56,125
गाजियाबाद 30,524
लखनऊ 39,072
आगरा 39,072
मेरठ 7338
मथुरा 21,077
गोरखपुर 10,357
प्रयागराज 16,632
वर्जन
आठ महीने में ट्रैफिक विभाग ने पूरे जिले में एक लाख से ज्यादा लोगों के चालान काटे हैं। 60 परसेंट पब्लिक शहर की शामिल है। जबकि 40 परसेंट लोग ग्रामीण इलाकों से हैं। टै्रफिक रूल्स को लेकर पब्लिक अवेयर नहीं है। जिस वजह से उनके चालान कट रहें है।
-सुभाषचंद्र गंगवार, एसपी टै्रफिक
शहर में कहीं भी पार्किंग स्थल नहीं है। गाड़ी पार्क करने बाद टै्रफिक पुलिस फौरन गाड़ी टो कर लेती है। फिर जबरन चालान काटा जाता है।
नीरज पटेल, पब्लिक
भूल से भी रॉग वे पर बाइक चलाने में भी डर लगता है। हेलमेट और कागज होने के बाद भी ट्रैफिक पुलिस चालान काट देती है।
अजय शर्मा, पब्लिक
सख्ती पर 11 हजार लोगों ने बनवाए डीएल
बरेली : न्यू एमवी एक्ट लागू होने के बाद आरटीओ में डीएल के लिए लंबी लाइन लग रही हैं। अप्रैल से अभी तक 11 हजार लोगों ने डीएल बनवाया है। वहीं डेली सैकड़ों लोग डीएल के लिए अप्लाई भी कर रहे हैं। आरटीओ विभाग के मुताबिक पिछले साल दिसम्बर तक 25,600 बरेलियंस ने ड्राइविंग लाइसेंस बनाए थे। जिसमें 24,619 पुरूष और 981 महिलाएं थीं। जबकि अप्रैल से दस सितम्बर 2019 तक इनकी संख्या 36,635 तक बढ़ चुकी है। वहीं अप्रैल से अभी तक 11,035 बरेलियंस डीएल बनवा चुके हैं।
ट्रांस जेंडर्स में दिखा खौफ
रूल्स में सख्ती होने के बाद ट्रांसजेंडर्स के भी चालान किए गए। जिसके बाद 1 ट्रांस जेंडर्स ने डीएल बनवाया। वहीं कुई और लोगों ने भी अप्लाई किया है। वहीं पहले पुलिस इनका चालान नहीं करती थी और न ही इनसे फाइन वसूला जाता था।
वर्जन
जुर्माने के डर से बरेलियंस आनन-फानन डीएल बनवा रहे हैं। महिलाएं भी डीएल के लिए अवेयर हो रही है।
आरपी सिंह, एआरटीओ