- घंटों जाम में फंसने के वजह से राहगीर हो रहे परेशान, बर्बाद हो रहा ईधन GORAKHPUR: शहर में जाम का झाम आए दिन लोगों के लिए मुसीबत का सबब तो बन ही रहा है, इससे ईंधन बर्बादी भी काफी हो रही है। आंकड़ों पर नजर डालें तो गोरखपुर में रोज करीब सात लाख लीटर पेट्रोल और 12 लाख लीटर डीजल इस्तेमाल हो रहा है। जिनका कुल करीब पांच प्रतिशत हिस्सा यानि कि 95 हजार लीटर जाम के चलते बर्बाद हो जा रहा है। इस हिसाब से डेली लगभग 60 लाख रुपए का तेल यहां बर्बाद हो रहा है। कीमती वक्त जाम करता बर्बाद सिटी के अंबेडकर चौक, शास्त्री चौक, घंटाघर, गोलघर आदि महत्वपूर्ण जगहों पर आए दिन जाम की समस्या से पब्लिक जूझ रही है। हर माह में करीब 20 दिन ऐसे हैं जब शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां बेहद ज्यादा ईंधन तो बर्बाद हो ही रहा है, लोग अपना कीमती वक्त भी गंवा रहे हैं। कुछ यूं भी बर्बाद होता ईंधन जाम के अलावा कुछ लोगों की लापरवाही के चलते भी खूब ईंधन बर्बादी हो रही है। बहुत से लोग मार्केट में कुछ खरीदते वक्त अपने वाहन के इंजन बंद किए बिना ही दुकान में चले जाते हैं। उनकी इस आदत से भी रोजाना काफी ईंधन बर्बाद हो जाता है। पूर्वाचल में डेली ईंधन सप्लाई आईओसी, वीपीसी, एचपीसी पेट्रोल पंप - 40 - पेट्रोल की सप्लाई प्रतिदिन -14 लाख लीटर - डीजल की सप्लाई प्रतिदिन - 24 लाख लीटर गोरखपुर के आंकड़े - पेट्रोल की सप्लाई प्रतिदिन -7 लाख लीटर - डीजल की सप्लाई प्रतिदिन - 12 लाख लीटर - शहर में डेली जाम से बर्बाद होता ईंधन - 5 प्रतिशत यानि 95 हजार लीटर शहर में डेली कितनी खपत 49,000000 रुपए पेट्रोल 70,8,00000 रुपए डीजल 59,90,000 रुपए ईंधन बर्बादी ये है रेट पेट्रोल - 71.64 रुपए प्रति लीटर डीजल - 59.53 रुपए प्रति लीटर शहर का लोकल ट्रांसपोर्ट ऑटो - 3500 रिक्शा - 10,000 गोरखपुर में हैं इतने वाहन ट्रांसपोर्ट व्हीकल - 32,603 नॉन ट्रांसपोर्ट व्हीकल - 8,29,602 स्कूटर - 93,806 मोटरसाइकिल - 7,12,908 मोपेड - 29,385 फोर व्हीलर - 62,834 जीप-टैक्सी - 31,402 ट्रेलर - 294 अदर व्हीकल - 334