- जाम के झाम से निपटने के लिए ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने तैयार की है कार्य योजना

टनल व एलिवेटेड रोड बनाए जाने का है प्रस्ताव, सड़क के नीचे दौड़ेंगी कारें

-फ्रांस व इंग्लैंड की तर्ज पर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने का एसपी ट्रैफिक ने खींचा खाका

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VARANASI

सड़क पर निकलते ही मिलेगा हर तरफ जाम का झाम. इससे निजात के सारे इंतजाम बेकार. मिनटों की दूरी तय करने में घंटों बर्बाद करना बनारसियों की बन चुकी है किस्मत. बाइक, कार में तेल जले सो अलग. पर अब आपको मिलेगी इन सबसे निजात. होने वाला है कुछ ऐसा काम कि नहीं फंसेगा जाम का झाम. जी हां अब आप सड़क के ऊपर नहीं बल्कि रोड के नीचे दौड़ायेंगे गाड़ी. शासन के निर्देश पर ट्रैफिक पुलिस डिपार्टमेंट ने जमीन के नीचे सुगम यातायात का बनाया है प्लान. जिसके तहत जमीन के नीचे टनल और एलिवेटेड रोड बनाकर ट्रैफिक के दबाव को कम करने की तैयारी की जा रही है. फ्रांस और इंग्लैंड की तर्ज पर बनारस की सड़कों के नीचे टनल बनाए जाने के प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय टेक्निकल कमेटी लेगी.

व्यवस्था का संचालन है चुनौती

शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को संभाले रखना पुलिस प्रशासन की टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. वाहनों की बढ़ती संख्या और सड़कों की सिकुड़न ने ट्रैफिक लोड बहुत बढ़ा दिया है. शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए शासन से मिले निर्देश के बाद एसपी ट्रैफिक श्रवण कुमार सिंह ने प्रस्ताव तैयार कर एसएसपी आनंद कुलकर्णी को सौंपा है. यदि सबकुछ ठीक रहा तो वह दिन दूर नहीं जब टै्रफिक जाम बीते दिनों की बात हो जायेगी.

मच्छोदरी पार्क से इंट्री प्वाइंट

सिटी में सबसे अधिक भीड़ मैदागिन से गौदोलिया के बीच में उमड़ती है. जिससे कभी-कभी सोनारपुरा-लंका रोड, इधर रामापुरा, लक्सा तक का इलाका जाम की चपेट में रहता है. यह सुझाव दिया गया है कि मच्छोदरी पार्क से होते हुए मैदागिन, चौक के रास्ते गौदोलिया से लंका तक अंडर ग्राउंड रोड या फिर एलिवेटेड मार्ग बनाया जाए. मच्छोदरी पार्क से ही अंडर ग्राउंड रास्ता पुलिस लाइन की ओर या फिर रिंग रोड हरहुआ के पास निकले. आम पब्लिक सहित बाबा विश्वनाथ मंदिर के दर्शनार्थी भी अंदर ही अंदर रिंगरोड या फिर पुलिस लाइन की ओर निकल सकें. मच्छोदरी पार्क से इंट्री प्वाइंट और पुलिस लाइन या रिंग रोड तक एग्जिट प्वाइंट बनाए जाएंगे. बीच-बीच में भी आउटलेट खोले जा सकते हैं.

गोदौलिया-रथयात्रा के बीच एलिवेटेड मार्ग

पुलिस प्रशासन को सौंपे गए रिपोर्ट में टै्रफिक डिपार्टमेंट की ओर से एक यह भी आइडिया दिया गया है कि गोदौलिया से रथयात्रा के बीच एलिवेटेड मार्ग बनाया जाए. जैसा कि शिवपुर से आगे बाबतपुर रोड पर बनाया गया है. शहर से बाहर ही बाहर निकलने वाले वाहन एलिवेटेड मार्ग के जरिए निकल जाएंगे, ऐसे में सिटी की सड़कों पर वाहनों का दबाव बहुत कम हो जाएगा. सूबे के अन्य कई महानगरों में एलिवेटेड रास्ते बनाए गए हैं. जिससे जाम की समस्या उन महानगरों की आधी खत्म हो गई है. अन्य कई और भी सुझाव एसएसपी आंनद कुलकर्णी को रिपोर्ट के माध्यम से दिए गए हैं.

पालिका बाजार जैसा हो लहुराबीर

नई दिल्ली के पालिका बाजार की तर्ज पर लहुराबीर चौराहा के आसपास दुकानों को बसाया जाए. सड़क के नीचे सड़क बने या फिर सड़क के ऊपर एलिवेटेड रास्ते निकाले जाएं. जिससे जाम की समस्या लहुराबीर चौराहे पर बिल्कुल नहीं होगी. वहीं गोदौलिया चौराहा भी इसी तर्ज पर विकसित किया जाए. यह टेक्निकल कमेटी के ऊपर है कि मंथन के बाद अपना फैसला सुनाएं.

दो लाख वाहन शहर के नीचे से निकल जाएंगे

एसपी ट्रैफिक श्रवण कुमार सिंह की ओर से दिए रिपोर्ट पर टेक्निकल टीम मंथन करेगी. तभी तय हो पाएगा कि गलियों के इस शहर में अंडरग्राउंड रास्ते या फिर एलिवेटेड रास्ते बनाए जा सकते हैं या नहीं, हालांकि एसएसपी को प्रस्तुत किए गए रिपोर्ट पर यदि वाकई में काम हुआ तो शहर की आधे से अधिक ट्रैफिक जाम की समस्या अपने आप समाप्त हो जाएगी. क्योंकि शहर में करीब दो लाख वाहन ऐसे गुजरते हैं जिनका दूसरे जनपद से आना-जाना होता है. अंडरग्राउंड मार्ग व एलिवेटेड मार्ग यदि आकार लिया तो फिर यह वाहन शहर के अंदर नहीं प्रवेश कर पाएंगे और अंडरग्राउंड रास्ते से शहर की सीमा पर निकलेंगे.

पांच दशक वाली स्थिति अब नहीं

शहर में सड़कों की स्थित 40 से 50 साल पूर्व कुछ और हुआ करती थी. रास्ते चौड़े हुआ करते थे तो वाहनों का दबाव बहुत कम था. धीरे-धीरे जनरेशन फास्ट होती गई, वाहनों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. मगर, शहर में सड़कों की स्थिति एकदम उलट हो गई. एक तरफ जहां वाहनों का दबाव बढ़ा तो दूसरी ओर सड़कों की चौड़ाई भी कम हुई है. ऐसे में जाम के झाम से जूझना शहरवासियों के लिए स्वभाविक है.

फॉरेन कंट्री और अपने देश में भी कई ऐसे प्रोजेक्ट धरातल पर आकार ले चुके हैं. जब समुद्र के अंदर टनल बन सकते हैं तो फिर अंडरग्राउंड रास्ते क्यों नहीं बन सकते, कार्ययोजना बनाकर दे दिया गया है. टेक्निकल टीम इस पर मंथन कर अपना फैसला लेगी.

श्रवण कुमार सिंह, एसपी टै्रफिक

एक नजर

-मच्छोदरी पार्क से इंट्री प्वाइंट बने

-रिंग रोड या फिर पुलिस लाइन पर एग्जिट प्वाइंट बने

-सिटी के बीच-बीच में भी आउटलेट खुलने पर विचार

-गोदौलिया-रथयात्रा मार्ग पर एलिवेटेड मार्ग बने

-पालिका बाजार के तर्ज पर लहुराबीर चौराहा

-टेक्निकल टीम डिस्कशन के बाद ले अपना फैसला

-एसपी ट्रैफिक श्रवण कुमार सिंह ने बनाई है ऐसी कार्य योजना

-दो लाख से अधिक वाहनों का दबाव शहर की सड़कों से हो जाएगा खत्म

-दर्शनाथियों सहित आम पब्लिक को नहीं होगी दिक्कतें