यह भी जानें
11 चौराहों पर सबसे ज्यादा रहती है जाम की प्रॉब्लम
-10 मिनट का सफर जाम लगने से 30 मिनट में होता है पूरा
-10 बजे सुबह से शाम 5 बजे तक दे कोई भी दे सकता अप्लीकेशन
-ट्रैफिक पुलिस मित्र बनने के लिए कोई भी दे ट्रैफिक इंस्पेक्टर के ऑफिस में दे सकता है अप्लीकेशन
-दो फोटो और आधार कार्ड की कॉपी सात दिनों में करनी होगी जमा
बरेली। सिटी में लोगों को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने एक नायाब तरीका ढूंढ़ निकाला है। पुलिस ने आम लोगों के सहयोग से ही ट्रैफिक को स्मूथ बनाने की योजना बनाई है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस लोगों के बीच से यातायात पुलिस मित्र बनाने जा रही है। ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि स्थानीय लोग इस काम में काफी हेल्पफुल साबित हो सकते हैं।
यह है योजना
शहर को अलग-अलग सेक्टर में विभाजित किया जाएगा। इसके बाद हर सेक्टर में ट्रैफिक पुलिस मित्र की तैनाती की जाएगी। ये पुलिस मित्र ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर उस सेक्टर में ट्रैफिक को संभालेंगे।
क्यों पड़ी जरूरत
कुतुबखाना, बड़ा बाजार, किला, शिवाजी मार्ग, सैटेलाइट, लाल फाटक, किला फाटक, कोहाड़ापीर फाटक, श्यामगंज और ईट पजाया चौराहा के साथ चौपुला चौराहा पर हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है। यहां से निकलने में पब्लिक का कीमती समय और फ्यूल भी बर्बाद होता है।
टाइम होता है वेस्ट
नॉवेल्टी चौराहा से कोहाड़ापीर का रास्ता मात्र 10 मिनट का है, लेकिन जब कोई भी कुतुबखाना चौराहा के पास से निकलता है तो जाम में फंस जाता है। यही कारण है कि उसे दस मिनट का फासला तय करने में 30 मिनट तक लग जाते हैं। चौराहे पर पुलिस की मौजूदगी और चार पहिया वाहनों की नो एंट्री के बावजूद यहां पूरा दिन जाम की समस्या बनी रहती है।
कैसे बनेंगे ट्रैफिक पुलिस मित्र
एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार के मुताबिक, जो भी लोग यातायात पुलिस मित्र बनने के इच्छुक हैं, वे अपनी एप्लीकेशन दो फोटो और आधार कार्ड की कॉपी सात दिनों के भीतर ट्रैफिक इंस्पेक्टर के ऑफिस में जमा कर सकते हैं। एप्लीकेशन सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक लिए जाएंगे।
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पुलिस मित्र से आया आइडिया
पुलिस मित्र जैसे ही ट्रैफिक मित्र
जिस तरह पुलिस की छोटी-छोटी सूचनाओं की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए थाना पुलिस ने पुलिस मित्र बनाए थे। ठीक उसी तरह ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक मित्र बनाने का फैसला लिया है। ताकि शहर में बेपटरी हो रही ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने का काम किया जा सके। ट्रैफिक मित्र बनने के लिए शहर के नागरिकों से आवेदन भी मांगे गए है। इसके बाद आवेदक की स्क्रीनिंग की जाएगी और उसके बाद उसे आईकार्ड जारी कर दिया जाएगा। जिससे जरूरत पड़ने पर उसकी मदद ली जा सके।
दे सकेंगे सुझाव
यह योजना अच्छी है। ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए लोग अपने सुझाव भी दे सकेंगे। इससे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में मदद मिलेगी।
आकाश शर्मा
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में इस योजना से तेजी से सुधार आएगा। ट्रैफिक मित्र बनकर लोग शहर की इस बढ़ी समस्या को दूर करने में सहयोग दे सकेंगे।
रमेश
वर्जन
-ट्रैफिक मित्र बनाने का मेन उद्देश्य ट्रैफिक व्यवस्था में हेल्प लेना है। इनका विशेष आयोजन होने या फिर जरूरत पड़ने पर सेक्टर वाइज ड्यूटी लगाकर हेल्प ली जाएगी। इससे शहर के ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होगा।
सुभाष चन्द्र गंगवार, एसपी ट्रैफिक