ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज पर ट्रैफिक पुलिस नहीं करती लोगों को जाम से अलर्ट

दिल्ली, हरियाणा और उत्तराखंड में पुलिस सोशल मीडिया पर देती है जाम की जानकारी

Meerut। एक तरफ तो ट्रैफिक पुलिस सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक अलर्ट रहने का दावा करती है, लेकिन वास्तव में जाम को लेकर ट्रैफिक पुलिस न तो अपने फेसबुक पेज पर एक्टिव है और न ही ट्विटर पर और सड़कों पर जाम का हाल तो जगजाहिर है। अगर दूसरे राज्यों में उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा की बात करें तो वहां पर ट्रैफिक पुलिस ट्विटर के जरिए लोगों को अलर्ट करती है कि किन-किन इलाकों में जाम की समस्या है। मगर किसी ने मेरठ ट्रैफिक पुलिस के ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर शहर के किसी स्थान पर लगे जाम की समस्या को साझा किया तो जरूर पुलिस री-ट्विट कर जवाब देती है कि जाम खुलवाया जा रहा है। हालांकि मेरठ में ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपनी तरफ से लोगों को जाम की समस्या से बचने के लिए अलर्ट करते नहीं दिखते।

यहां रहता है जाम का झाम

शहर में सबसे ज्यादा जाम की समस्या दिल्ली रोड पर रहती है। रोडवेज बस स्टैंड, केसर गंज, रेलवे रोड चौराहा, ईदगाह, बागपत अड्डा, नवीन मंडी पर भीषण जाम की समस्या से लोगों को रोजाना दो-चार होना पड़ता है। इसके साथ ही गढ़ रोड पर भी लंबे जाम की समस्या लोगों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। बच्चा पार्क, ईव्ज चौराहा, हापुड़ अड्डे पर लंबा जाम लगा रहता है। इसके अलावा कचहरी पुल पर भी अक्सर घंटों जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है।

सोशल मीडिया पर अपडेट नहीं

अगर ट्रैफिक पुलिस जाम को लेकर अपने ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज पर एक्टिव हो जाए तो शहवासी काफी हद तक जाम की समस्या से निजात पा सकते हैं। यूं तो एक महिला पुलिसकर्मी की ड्यूटी ट्रैफिक पुलिस के कांस्टेबल मैनेजमेंट सेंटर में लगी है। जिसे सीसीटीवी से आने वाले इनपुट को एलईडी स्क्रीन पर देखकर संबंधित जगह की जाम वाली स्थिति के बारे में ट्विटर अकाउंट पर अपडेट करना होता है। मगर ऐसा न होने से शहरवासियों को जाम के झाम से निजात नहीं मिल पा रही है।

नवंबर के बाद एक्टिविटी नहीं

यूं तो फेसबुक पर भी ट्रैफिक पुलिस ने मेरठ ट्रैफिक पुलिस के नाम से पेज बनाया हुआ है। मगर इस पेज पर भी पुलिस द्वारा जाम का कोई अपडेट नहीं किया जाता है। केवल यातायात के नियमों का पालन करने के साथ ही ट्रैफिक पुलिस किस तरह ड्यूटी करती है, ये पोस्ट जरूर फेसबुक पेज पर देखने को मिल जाएगी। ट्रैफिक पुलिस के आधुनिक होने का सुबूत तब मिल जाता है, जब ये सामने आता है कि फेसबुक पेज पर पुलिस ने लास्ट पोस्ट गत वर्ष 30 नवंबर को किया था।

ट्विटर पर जाम की समस्या कोई भेजता है तो हम तुरंत वहां पुलिस भेजकर जाम खुलवाते हैं। जहां तक फेसबुक की बात है इस पर भी जाम को लेकर अपडेट कराया जाएगा।

संजीव वाजपेयी, एसपी ट्रैफिक, मेरठ