-दिल्ली से ट्रेनिंग लेकर आए पीटीसी के कांस्टेबल सिखा रहे ट्रैफिक कंट्रोल के गुर

-दो फेज में ट्रैफिक पुलिस को दी जाएगी ट्रेनिंग, सुबह छह बजे से शुरू हो जाती है क्लास

ALLAHABAD@inext,co,in

ALLAHABAD: पीक ऑवर्स में जाम के झाम से जूझने वाले सिटी के लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें आएदिन लगने वाले जाम से मुक्ति दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने कमर कस ली है। इलाहाबाद की ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए कसरत कर रही है। दिल्ली से ट्रेनिंग लेकर आए पीटीसी के चार कांस्टेबल आजकल टीआई, टीएसआई, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल व होमगार्ड को पीक ऑवर में ट्रैफिक कंट्रोल के गुर सिखा रहे हैं। उन्हें बताया जा रहा है कि वीवीआईपी मूवमेंट, पीक ऑवर में जाम लगने पर कैसे ट्रैफिक को कंट्रोल किया जाए।

सुबह छह बजे से क्लास

ट्रेनिंग दो फेज में पूरी होगी। फ‌र्स्ट फेज की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। फ‌र्स्ट फेज 24 से 30 अगस्त तक चलेगा। दूसरा फेज 31 अगस्त से पांच सितंबर तक चलेगा। फ‌र्स्ट फेज में एक टीआई, पांच टीएसआई, 12 एचसीपी व 66 कांस्टेबल को ट्रेनिंग दी जा रही है। क्लास पुलिस लाइन में सुबह छह बजे से आठ बजे तक चलती है। दो फेज में ट्रेनिंग इसलिए दी जा रही है ताकि ट्रेनिंग के चलते सिटी में टै्रफिक कंट्रोल में प्रॉब्लम न आए। बचे हुए ट्रैफिक पुलिस कर्मियों का नंबर सेकेंड फेज में आएगा। ट्रेनिंग देने के लिए पीटीसी से रामधनी यादव, रामकृष्ण शर्मा, मकसूद हसन व राम सिंह आए हुए हैं। यूपी से 22 ट्रैफिक कांस्टेबल्स को ट्रैफिक कंट्रोल के गुर सीखने दिल्ली भेजा गया था।

नहीं जानते संकेतों के बारे में

इलाहाबाद की टै्रफिक पुलिस संकेतों के बारे में खास नहीं जानती। कांस्टेबल्स को नहीं पता होता कि किन-किन संकेतों का पालन किया जाता है। उनको 16 संकेतों के बारे में जानकारी दी गई है। पुलिस वाले केवल हाथ उठाकर ट्रैफिक को रोकना व आगे बढ़ाना ही जानते थे।

यह सिखाया गया

- पीक ऑवर में लोड के हिसाब से ट्रैफिक का मैनेजमेंट करें। ज्यादा ट्रैफिक वाली रोड को अधिक देर खोलें।

होता क्या है : अनट्रेंड ट्रैफिक पुलिस हर रूट को बराबर समय देते हैं। इससे एक लेन बुरी तरह जाम हो जाती है।

-पीक ऑवर में ट्रैफिक कांस्टेबल को हर रूट पर खड़ा किया जाए। जहां डिवाइडर नहीं है, वहां कांस्टेबल बीच में खड़े हों और देखें कि लोग दूसरे रूट को ब्लॉक न कर दें।

होता क्या है : ट्रैफिक कांस्टेबल चौराहे पर ही डटे रहते हैं। लोग जल्दी निकलने के चक्कर में आने वालों के लिए जगह नहीं छोड़ते।

-वीवीआईपी मूवमेंट पर चौराहों पर ट्रैफिक रोका नहीं जाएगा। मूवमेंट वाले रूट पर डायवर्जन लागू होगा। ताकि ट्रैफिक को कम से कम देर के लिए रोका जाए।

होता क्या है। वीवीआईपी मूवमेंट के वक्त सारा ट्रैफिक रोक दिया जाता है। लोग चौराहों पर जाम में फंसे रहते हैं। एक साथ ट्रैफिक छोड़ा जाता है जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है।

स्ट्रेंथ

एसपी : 1

सीओ : 1

टीआई : 1

टीएसआई : 9

हेड कांस्टेबल : 26

कांस्टेबल : 132

होमगार्ड : 181

नई ट्रेनिंग से शहर के ट्रैफिक को मैनेज करने में मदद मिलेगी। सेकेंड फेज की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद असर सड़कों पर नजर आएगा।

राजकमल यादव, एसपी ट्रैफिक