JAMSHEDPUR: शहर की सड़कों पर यातायात नियम रोज पहिये के नीचे आकर जख्मी होता है। खामियाजा सड़क चलते राहगीरों को उठाना पड़ता है। कई की जान जाती है तो कई बाल-बाल बच जाते हैं। जमशेदपुर में लगभग रोज कहीं न कहीं सड़क दुर्घटना होती है और हर दूसरे दिन किसी न किसी घर का चिराग बुझता है। फिर भी हालात सुधरने के आसार नहीं दिखते। बस अब बहुत हुआ, हादसों के भागीदार आप न बनें। थोड़ी सी सतर्कता आपके लाडले की जान बचा सकती है। आये दिन स्कूली स्टूडेंट्स की सड़क हादसों में मौत की खबरें मिल रही है। पिछले तीन-चार महीने की बात करें तो सात स्टूडेंट्स की जान सड़क हादसों में चली गई। स्कूली स्टूडेंट्स के बाइक की तेज रफ्तार पर किसी का नियंत्रण नहीं है। उनकी गलतियां के कारण अन्य लोग परेशानी में पड़ जाते हैं। इन्हीं सब परेशानियों व सुरक्षित सफर की तलाश में मंगलवार को प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपल का प्रतिनिधिमंडल सेफ क्लब की चेयरपर्सन रुचि नरेंद्रन के नेतृत्व में एसएसपी अनूप टी मैथ्यू मिल ट्रैफिक रुल्स को सख्त करने और बच्चों के पैरेंट्स पर भी लगाम कसने की मांग की। वहीं एसएसपी ने ट्रैफिक डीएसपी के साथ बैठ मसले का हल निकालने की बात कही। बावजूद इसके बुधवार को भी स्कूली स्टूडेंट्स धड़ल्ले से सड़कों पर ट्रैफिक रूल्स की वाट लगाते नजर आए।