- नए सेशन से स्कूलों के सिलेबस में शामिल करने की चल रही बात

GORAKHPUR: अभी तक अवेयरनेस प्रोग्राम के तहत बच्चों को ट्रैफिक रूल बताए जाते रहे हैं। जिसमें बच्चे ज्यादा कुछ नहीं समझ पाते थे। एक ही दिन बाद वे सारे रूल भूल जाते हैं। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग अब गंभीर नजर आ रहा है। नए सेशन से स्कूलों के सिलेबस में ट्रैफिक रूल्स को शामिल करने की कवायद चल रही है। शिक्षा विभाग ने इसके लिए अपनी तरफ से सारी तैयारी भी पूरी कर ली है। 5वीं और 8वीं की किताबों में इसको भी शामिल करने की तैयारी करीब पूरी हो चुकी है। नए सेशन से 5वीं और 8वीं के स्टूडेंट्स ट्रैफिक का पाठ पढ़ेंगे।

बच्चे भी जानेंगे जुर्माना

क्लास में कोर्स में शामिल ट्रैफिक रूल्स के नियमों की बच्चों को अच्छी तरह जानकारी दी जाएगी। ट्रैफिक रूल्स तोड़ने पर कितना जुर्माना लगता है ये भी प्रमुखता से बताया जाएगा। जिससे बच्चे ऐसा करने से बचें और पैरेंट्स को भी इस बारे में बताएं।

बढ़ गए हादसे, अवेयरनेस की जरूरत

शहर की बात करें या फिर पूरे प्रदेश की, हर जगह हादसों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इन हादसों ने कई घरों के चिराग भी बुझा दिए हैं। ज्यादातर हादसे ट्रैफिक रूल तोड़े जाने की वजह से ही होते रहते हैं। इसलिए शिक्षा विभाग इसे रोकने की पहल कर रहा है। शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों का मानना है कि कम उम्र से ही बच्चे ट्रैफिक रूल के अच्छे जानकार होंगे तो हादसों की संख्या भी घटेगी।

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बिना हेलमेट जाते स्कूल

स्कूलों में भले ही ट्रैफिक अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित किए गए हों लेकिन उनका पालन बच्चे नहीं करते हैं। शहर में गाड़ी से स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन वे नियम तोड़ वाहन चला रहे हैं। ज्यादातर बच्चे बिना लाइसेंस और हेलमेट के ही स्कूल आते-जाते हैं।

स्कूलों में चला अवेयरनेस प्रोग्राम

बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि अर्बन और रूरल एरिया के स्कूलों में जुलाई और सितंबर माह में अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित किया गया है। इसमें परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा बच्चों को ट्रैफिक रूल्स की जानकारी दी गई है। अब इसे कोर्स में शामिल करने पर इसका फायदा मिलेगा।

सितंबर से बदल रहे नियम

एक सितंबर से ट्रैफिक के कई नियमों में बदलाव किया गया है। इसमें बिना लाइसेंस के ड्राइविंग करने पर पांच हजार का जुर्माना लगेगा। इसी तरह और ट्रैफिक रूल्स बदले गए हैं जो एक सितबंर से लागू रहेंगे।

फैक्ट फिगर

जिले में प्राइमरी स्कूल - 2150

जूनियर स्कूल - 836

बच्चों की संख्या - 3 लाख

प्राइमरी में टीचर्स - 5362

जूनियर में टीचर्स - 2581

कुल टीचर्स- 7943

वर्जन

इसके लिए तैयारी चल रही है। नए सेशन से संभवत: इसे कोर्स में शामिल भी कर लिया जाएगा। जिससे बच्चों को ट्रैफिक रूल्स की जानकारी हर दिन मिल सकेगी।

- बीएन सिंह, बीएसए