- मुख्य चौराहों पर दो शिफ्टों में लग रही होमगार्डो की ड्यूटी
- शहर का ट्रैफिक संभालने में फेल हो रहे है होमगार्ड
मनोज बेदी
मेरठ, अगर शहर के मुख्य चौराहों पर भयंकर जाम लग रहा है तो कोई विशेष बात नहीं है। एक तरफ तो शहर के ट्रैफिक सिग्नल ठप पड़े है दूसरी तरफ शहर के मुख्य चौराहों पर सिर्फ होमगार्ड ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रहे है, जिससे शहर जाम से त्रस्त हो रहा है। जबकि ट्रैफिक पुलिस में काफी अधिकारियों व पुलिस कर्मियों का स्टाफ मौजूद है।
शहर में 20 चौराहे
ट्रैफिक इंस्पेक्टर अनिल कुमार के मुताबिक शहर में 20 मुख्य चौराहे हैं, जिसमें बेगमपुल, रेलवे रोड़, घंटाघर, फुटबाल चौराहा, नवीन मंडी, बच्चा पार्क, आबकारी चौराहा, जेल चुंगी, जीरोमाइल, तेजगढ़ी, एल। ब्लाक चौराहा, साकेत, लालकुर्ती आदि चौराहे हैं, जिनमें होमगार्डो की शिफ्टों के अनुसार साठ होमगार्डो की ड्यूटी लगाई जाती है।
ट्रैफिक पुलिस
एसपी ट्रैफिक- किरन यादव
सीओ ट्रैफिक- गजेंद्र पाल,
टीआई- सुनील कुमार
टीएसआई- दीन दयाल दीक्षित, संतोष कुमार, मौ.नदीम
हेड कांस्टेबल - 5
कांस्टेबल- 95
होमगार्ड - 95
यहां लगता है जाम
शहर के हापुड़ अड्डा चौराहा, रेलवे रोड, लालकुर्ती चौराहा, बेगमपुल, जीरो माईल, एल- ब्लाक, घंटा घर, बच्चा पार्क, ईव्ज चौपला, कचहरी का पुल, भैंसाली रोडवेज आदि चौराहे चिंहित है। जहां पर भयंकर जाम लगता है।
पदनाम-सृजित पद-कर्मचारी
टीआई -2- 1
टीएसआई -10 - 3
हेड कांस्टेबल - 38 - 5
कांस्टेबल - 181 - 95
ये है व्यवस्था
ट्रैफिक पुलिस के पास कुल 95 कांस्टेबल हैं, जिनकी दो शिफ्टों में ड्यूटी रहती है। इनमें से कई छुट्टी पर भी रहते हैं और कई इधर-उधर ड्यूटी रहती है। एक शिफ्ट में 30-35 कास्टेबल ही ड्यूटी पर रहते हैं और इनकी मदद के लिए होमगार्ड लगाए जाते हैं।
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के साथ होमगार्डो की मदद ली रही है।
-एसएसपी जे। रविंद्र गौड़