तीन दिन लगातार स्नान पर्व होने से संगम की रेती पर जुटे रहे लाखों श्रद्धालु लौटे तो हर ओर लगा जाम

ALLAHABAD: मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या एक दिन के अंतर पर होने से तीन दिनों तक संगम की रेती पर लाखों श्रद्धालु जुटे रहे। मंगलवार को मौनी अमावस्या स्नान पर पुण्य की डुबकी लगाने के बाद जब श्रद्धालुओं का रेला अपने गंतव्य स्थान की ओर वापसी के लिए रेलवे स्टेशन और सिविल लाइंस बस स्टेशन की ओर बढ़ा तो परेड ग्राउंड से लेकर शहर के भीतर तक हर तरफ जाम ही जाम लग गया।

रेंगते रहे वाहन, पुलिस नदारद

श्रद्धालुओं के सकुशल वापसी के लिए परेड ग्राउंड में बनाए गए पहले बैरियर फोर्ट रोड चौराहे को ही पार करने में घंटों निकल गया। उस चौराहे से लेकर सीएमपी डाट पुल तक, फोर्ट रोड चौराहे से बैरहना पुलिस चौकी तक ट्रैफिक सिस्टम ध्वस्त दिखाई दिया। बक्शी बांध से प्रयाग रेलवे स्टेशन तक झुंड ही झुंड दिखाई देता रहा। भीड़ का दबाव इतना रहा कि बक्शी बांध सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के पास बनाई गई बैरीकेडिंग शाम चार बजे ही हटा दी गई। इन इलाकों में दो-दो की संख्या में ट्रैफिक पुलिस के जवान मौजूद रहे, लेकिन वाहनों के बेतरतीब तरीके से इधर उधर होने से वे भी धीरे से खिसक लिए।

पैदल चलना बनी मजूबरी

जहां मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को कई किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ा। वहीं अमावस्या स्नान कर घर वापसी पर भी दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन व बस अड्डा तक पहुंचने के लिए पैदल यात्रा करनी पड़ी। जाम इस कदर रहा कि वाहनों को सिटी साइड आने में ही देर रात हो गई। इसकी वजह से जंक्शन, रामबाग स्टेशन व प्रयाग स्टेशन पर पहुंचने के लिए मजबूरी में श्रद्धालुओं को पैदल चलना पड़ा।