अजमेर-सियालदह ट्रेन हादसा

- सियालदाह-अजमेर हादसे की जांच कर रही टीम ने अपनी रिपोर्ट सीआरएस को सौपी

KANPUR। रूरा स्टेशन में वेडनसडे को हुए ट्रेन हादसे की जांच लोकल स्तर में कराने के लिए जीएम ने विभिन्न टेक्निकल विभागों से एक ज्वाइंट टीम का गठन किया था। सैटरडे को ज्वाइंट टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट सीआरएस को सौंप दी है। सोर्सेज की माने तो हादसे की जांच कर रही ज्वाइंट टीम ने भी सियालदाह-अजमेर एक्सपे्रस दुर्घटना का मुख्य कारण रेलवे ट्रैक में जर्क होना पाया है। फिलहाल घटना का मुख्य कारण सीआरएस जांच की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। सीआरएस ने सियालदाह-अजमेर एक्सप्रेस दुर्घटना की जांच एक माह के अंदर रेल मंत्रालय को सौंपने की बात कहीं है। दुर्घटनाओं को देखते हुए जीएम ने ठंड के मौसम में दिल्ली हावड़ा रूट व झांसी रूट के रेलवे ट्रैक पर विशेष निगरानी का आदेश जारी किया है।

मंत्रालय ने टाइट किए पेंच

सियालदाह-अजमेर ट्रेन दुर्घटना के बाद रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने जोन के जीएम, डीआरएम समेत उच्च पदाधिकारियों की क्लास लगाई थी। जिसके बाद से डीआरएम व जीएम समेत सभी अधिकारी पहले से काफी सतर्क हो गए हैं।

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इंदौर-पटना ट्रेन दुर्घटना की जांच पूरी

द्मड्डठ्ठश्चह्वह्म। 20 नवंबर को पुखरायां में इंदौर-पटना एक्सपे्रस के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच सीआरएस पीके आचार्या ने पूरी कर ली है। रूरा में सियालदाह-अजमेर ट्रेन दुर्घटना की जांच कर रहे सीआरएस शैलेश कुमार पाठक ने सैटरडे को बताया कि पुखरायां में हुए ट्रेन हादसे की जांच पूरी हो चुकी है। दो दिन में पीके आचार्या अपनी जांच रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंप सकते हैं। सियालदाह-अजमेर ट्रेन दुर्घटना की भी जांच रिपोर्ट भी एक महीने में रेल मंत्रालय को सौंप दी जाएगी।

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187 कर्मचारियों के बयान दर्ज

द्मड्डठ्ठश्चह्वह्म। अजमेर-सियालदह ट्रेन दुर्घटना की जांच कर रहे सीआरएम शैलेश कुमार पाठक ने फ्राइडे व सैटरडे को घटना से जुड़े कुल 187 रेलवे कर्मचारियों का लिखित बयान दर्ज किया है। घटना में अहम रहे पायलट, कोपायलट, गार्ड, ट्रैकमैन समेत 42 रेलवे कर्मचारियों से घंटों पूछताछ भी की गई है। आगे भी सीआरएस कुछ कर्मचारियों से पूछताछ कर बयान दर्ज कर सकते हैं।

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रिजर्व की गई टूटी पटरियां व कपलिंग

द्मड्डठ्ठश्चह्वह्म। सीआरएस शैलेश कुमार पाठक ने घटनास्थल पहुंचकर टूटी पटरियां व टूटी कपलिंग को रिजर्व कर जांच के लिए आरडीएस लखनऊ व रिसर्च सेंटर राउरकेला भेजने का निर्णय लिया है। रिजर्व किए गए साक्ष्य सैटरडे को सीआरएस अपने साथ कानपुर सेंट्रल स्टेशन लाए। जहां देर शाम सीटीएम के कार्यालय में सभी सामान को रख बाहर से कमरे को सील कर दिया गया। रेलवे अधिकारियों की मानें तो टूटी पटरी को जांच के लिए लखनऊ आरडीएस भेजा जाएगा। वहीं टूटी मिली तीन कपलिंग को जांच के लिए राउरकेला भेजा जाएगा।