आई एक्सक्लूसिव

- रेलवे की इंटरनल रिपोर्ट में खुलासा, हजारों यात्रियों की जान खतरे में

-जर्जर पटरियों से रोजाना गुजर रहीं हैं दिल्ली व झांसी रूट की 300 से ज्यादा ट्रेनें

- रिपोर्ट के मुताबिक, पटरियां न बदली गई तो कभी भी पलट सकती है ट्रेन

KANPUR। पैसेंजर्स को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा मुहैया कराने के रेलवे के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। एक तरफ तो विभाग पैसेंजर्स की यात्रा मंगलमय होने की कामना करता है तो दूसरी और खुर ही उनकी जान मुसीबत में डाल रहा है। दिल्ली-हावड़ा रूट पर जूही यार्ड स्थित डायमंड क्रॉसिंग में लगी जर्जर रेल पटरियां कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि रेलवे की ही इंटरनल रिपोर्ट में कहा गया है। आई नेक्स्ट के हाथ लगी इस रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि अगर डायमंड क्रॉसिंग की पटरियां नहीं बदली गई हजारों यात्रियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। रोजाना इन ट्रैक से दिल्ली-हावड़ा रूट और झांसी रूट की 300 से भी ज्यादा ट्रेनें गुजरती हैं। जिनमें करीब 4 लाख यात्री सफर करते हैं।

तय स्पीड से तेज निकालते हैं ट्रेन

रेलवे की ही चौकाने वाली इंटरनल रिपोर्ट की हकीकत जानने मंगलवार को आई नेक्स्ट टीम डायमंड क्रॉसिंग पहुंची और हालात वाकई डराने वाले थे। ट्रैक की हालत देखकर यही सवाल उठता है कि आखिर इस पर से कैसे ट्रेनें निकल रही हैं? और अब तक रेलवे अधिकारियों ने इस ओर ध्यान क्यों नहीं दिया है। ट्रैक बेहद जर्जर हालत में होने की वजह से ही डायमंड क्रासिंग पर ट्रेन के पायलटों को बेहद धीमी गति 10 किमी प्रति घंटे से ट्रेन निकालने के आदेश हैं। इसी के चलते डायमंड क्रासिंग से ट्रेनें जैसे-तैसे गुजर जाती हैं। रेलवे रिपोर्ट के मुताबिक, कई पायलट निर्धारित गति से तेज रफ्तार में ट्रेन निकालते हैं ऐसे में हादसे की संभावना और बढ़ जाती है। ओवर स्पीड से ट्रैक पर लोड पड़ता है जिससे डायमंड क्रासिंग पर ट्रेन कभी भी बेपटरी हो सकती है।

श्रमशक्ति समेत बेपटरी हो चुकी कई ट्रेनें

पूर्व रेलवे अधिकारी आरसी शर्मा के मुताबिक, जूही यार्ड के पास डायमंड क्रॉसिंग में श्रमशक्ति समेत कई मालगाडि़या बेपटरी हो चुकी हैं। इसके बाद भी जर्जर पटरियों को बदलने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया।

मूविंग प्वाइंट खड़ी करता मुश्किलें

डायमंड क्रासिंग में कई जगह मूविंग प्वाइंट होने के चलते कई मुश्किलें खड़ी होती है। एक ट्रैकमैन ने नाम न लिखने का भरोसा दिलाने पर बताया कि क्रॉसिंग में कई जगह मूविंग प्वाइंट होने के कारण पटरी की चौड़ाई का आधा भाग ट्रेन के पहिए की रगड़ लगने से जल्दी घिस जाता है। पटरी को समय पर चेंज न करने पर कभी भी ट्रेन पटरी से नीचे उतर सकती है।

कोट

कुछ रिपोर्ट गोपनीय होती हैं। उसके बारे में नहीं बता सकता हूं। ट्रैक इंजीनियर से बात कर उस जगह को दिखवा लेता हूं और जरूरत पड़ी तो पटरी भी चेंज कराई जाएगी। किसी भी सूरत में इस तरह की पटरी पर गाडि़यां नहीं दौड़ाई जानी चाहिए। डायमंड क्रॉसिंग पर जो स्थिति आप बता रहे हैं वो नहीं होनी चाहिए।

अमित मालवीय पीआरओ एनसीआर